जनसुनवाई: कलेक्टर ने सुनी पीड़ा, बच्चों से वसूली गई ज्यादा फीस

  • पाँचों स्कूलों ने मिलकर बच्चों से करीब 51 करोड़ रुपए ज्यादा फीस वसूल की है।
  • जुबाँ पर आया अभिभावकों का दर्द
  • शिकायतों की पड़ताल की जा रही है और हो सकता है कि अगले सप्ताह उनकी सुनवाई होगी।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-24 12:31 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। कलेक्टर की खुली जनसुनवाई में मंगलवार को 5 निजी स्कूलों के अभिभावकों की बात सुनी गई। यह बात सामने आई कि इन पाँचों स्कूलों ने मिलकर बच्चों से करीब 51 करोड़ रुपए ज्यादा फीस वसूल की है।

अभिभावकों का अरोप रहा कि कोई स्कूल प्रबंधन 30 फीसदी किताबें बदल देता है तो कोई उससे भी आगे जाकर 70 फीसदी तक किताबों को बदलने में सफल रहा। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मंगलवार को जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, माउंट लिट्रा, स्प्रिंग डे, सेंट जोसफ और विज्डम वैली स्कूल की सुनवाई की।

इन स्कूलों से संबंधित अभिभावकों ने कलेक्टर के समक्ष शिकायत की, जिस पर तत्काल सवाल-जवाब किए गए। शिक्षा विभाग की जाँच में पता चला कि जॉय ने 25 करोड़ 21 लाख, माउंट लिट्रा ने 3 करोड़ 39 लाख, स्प्रिंग डे ने 2 करोड़ 95 लाख, सेंट जोसफ ने 9 करोड़ 41 लाख विज्डम वैली तिलवारा ने 6 करोड़ 91 लाख और विज्डम वैली कटंगा ने 3 करोड़ 1 लाख रुपए अवैध फीस वसूल की। इस प्रकार कुल 50 करोड़ 97 लाख रुपए वसूले गए।

दिमाग का बोझ भी कम करिए

कलेक्टर श्री सक्सेना ने जनसुनवाई में स्कूल प्रबंधनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केवल स्कूल बैग का वजन कम करने से कुछ नहीं होगा। बच्चों के दिमाग का बोझ भी कम करिए। जिन क्लासों के बच्चों के लिए ढाई किलोग्राम का बस्ता निर्धारित है उन पर आप 5 किलो का बस्ता लाद रहे हो। वजन कम होगा तो रुपए भी कम होंगे।

16 स्कूल और जाँच के दायरे में

कलेक्टर ने कहा कि 16 और स्कूल जाँच के दायरे में हैं। इनकी भी सुनवाई जल्द होगी। आपने कहा कि शिकायतों की पड़ताल की जा रही है और हो सकता है कि अगले सप्ताह उनकी सुनवाई होगी।

कलेक्टर ने साफ कहा कि कुछ अभिभावक और संघ यह चाह रहे हैं कि निजी स्कूलों को बंद ही करवा दिया जाए तो ऐसा नहीं होगा। निजी स्कूलों का शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान रहा है। फीस वापस होगी बस शासन प्रशासन पर विश्वास रखिए।

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