जबलपुर: कंठों को तर नहीं कर पा रहीं टंकियाँ
- अमृत योजना के तहत निगम ने करवाया था राँझी क्षेत्र के बिलपुरा
- मड़ई एवं मानेगाँव सहित 7 इलाकों में निर्माण, लेकिन आज भी सिर्फ सुबह के समय ही नसीब हो रहा पानी
- नगर निगम द्वारा वर्ष 2024 तक शहर के सभी 2 लाख 60 हजार घरों में नर्मदा जल पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया था।
डिजिटल डेेस्क,जबलपुर। शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में नर्मदा जल मुहैया कराने के उद्देश्य से अमृत योजना के तहत भारी-भरकम टंकियाँ बनवाई गई थीं। इस दौरान नगर निगम के जिम्मेदारों ने सुबह एवं शाम को भरपूर पानी मुहैया कराने का दावा भी किया था लेकिन आज तक ऐसा संभव नहीं हुआ है और कई इलाकों में एक टाइम ही पानी उपलब्ध हो पा रहा है।
ऐसा ही कुछ राँझी क्षेत्र में भी होता दिख रहा है। जहाँ टंकियाँ बनने के बावजूद लोगों को सिर्फ सुबह ही पानी भरकर काम चलाना पड़ रहा है।
दावे के बावजूद नहीं मिला सुबह-शाम पानी
जिस वक्त इन टंकियों का निर्माण नगर निगम द्वारा करवाया जा रहा था। उस वक्त क्षेत्रीय परिवारों ने नगर निगम के जिम्मेेदारों से मुलाकात की थी। उस वक्त उन्होंने ये दावा किया था कि टंकियाँ बनने के बाद सुबह-शाम एक-एक घंटे तक पानी मुहैया कराया जाएगा लेकिन करीब 3 वर्ष बीतने के बावजूद राँझी क्षेत्र से लगे इलाकों में शाम को पानी उपलब्ध नहीं हो सका है। इस दौरान सुबह 6:45 बजे तो पानी मुहैया कराया जा रहा है लेकिन सायंकाल नल बंद पड़े रहते हैं।
नगर निगम ने बनवाई थीं 16 टंकियाँ
जानकारों की मानें तो नगर निगम द्वारा वर्ष 2024 तक शहर के सभी 2 लाख 60 हजार घरों में नर्मदा जल पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके तहत ही अमृत योजना के पहले चरण में करीब 150 करोड़ रुपये खर्च कर शहर भर में 16 पानी की उच्चस्तरीय टंकियों का निर्माण करवाया गया था।
ऐसी 7 टंकियाँ पनागर विधान सभा, कैंट क्षेत्र में 4, बरगी में 1, पूर्व में 1, पश्चिम विधान सभा क्षेत्र में 2 एवं उत्तर-मध्य क्षेत्र में 1 टंकी का निर्माण हुआ था। पनागर विधान सभा क्षेत्र के व्हीकल, मड़ई, बिलपुरा, मानेगाँव एवं नई बस्ती आदि क्षेत्रों में सात टंकियाँ बनवाई गई थीं।
गर्मी आते ही बढ़ जाती है किल्लत
इस संबंध में बिलपुरा निवासी रजनी ठाकुर के अलावा योगेश कुमरे (बिलपुरा), हरिराम अहिरवार (व्हीकल मड़ई), राजेश रस्तोगी (महाराजपुर) एवं रवीन्द्र नगर अधारताल में रहने वाले संतोष अवस्थी आदि ने भी आरोप लगाया कि लम्बे समय बाद भी उन्हें केवल सुबह ही पानी नसीब हो पा रहा है।
इसके अलावा हर साल गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत काफी बढ़ जाती है लेकिन इसके बावजूद केवल एक समय ही पानी घरों तक सप्लाई हो रहा है। इस दौरान शिकायत करने पर वरिष्ठ अधिकारी यह कहकर लौटा देते हैं कि इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं और जल्द उचित पानी दोनों टाइम मिलना शुरू हो जाएगा लेकिन ऐसा आज तक हुआ नहीं है।
कभी देखने तक नहीं आते जिम्मेदार
क्षेत्रीयजनों का आरोप है कि अनेक बार शिकायत करने के बावजूद नगर निगम के अधिकारी कभी यहाँ का जायजा लेने तक के लिए नहीं आते हैं। इस दौरान यदि उन्हें शिकायत पहुँचाई जाती है तो वे यह कहकर लौटा देते हैं कि राँझी क्षेत्र के इन इलाकों में प्राकृतिक तालाब, नदियाँ एवं कुएँ स्थित हैं और इसलिए यदि सिर्फ एक टाइम ही पानी मिल रहा है तब भी कोई खास परेशानी नहीं होगी। इस तरह के अजीबो-गरीब तर्क देकर निगमिया अधिकारी अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
राँझी से लगे इलाकों में अभी एक समय ही पानी दिया जा रहा है लेकिन जल्द ही वहाँ भी दोनों टाइम पानी मुहैया हो सकेगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि अमृत योजना-2 भी चालू होने वाली है और तब क्षेत्रीय परिवार भी दोनों समय पानी भर सकेंगे।
कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री नगर निगम जबलपुर