जबलपुर: ड्यूटी करते हुए की पढ़ाई, पिताजी का सपना किया पूरा

  • मोहित तिवारी ने राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा 2021 में प्रथम रैंक हासिल की
  • कहा-पापा होते तो आज बहुत खुश होते
  • 24 घंटे के हर मिनट को पढ़ाई के साथ उपयोगी बनाया

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-20 12:12 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पापा के मोटिवेशन के साथ आज इस मुकाम को हासिल कर पाया। जॉब के साथ पढ़ाई करते हुए अपने गोल को अचीव किया। खुशी इस बात की है कि देखा हुआ सपना आज सच हो गया। यह कहना है शहर के अधारताल निवासी मोहित तिवारी का।

जिन्होंने राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा 2021 "पीएचई विभाग' में पूरे प्रदेश में प्रथम रैंक हासिल की है। पुलिस विभाग में कॉन्सटेबल की ड्यूटी करते हुए परीक्षा की तैयारी की। अपने 24 घंटे के हर मिनट को पढ़ाई के साथ उपयोगी बनाया।

पिता की मिली नौकरी, परिवार की जिम्मेदारी भी

मोहित बताते हैं, जब वे फाइनल ईयर में थे तभी पिता जितेन्द्र तिवारी का स्वर्गवास हो गया। घर में माँ रंजना तिवारी और दो बहनें हैं। ऐसे में परिवार की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई। पिताजी के जाने के बाद पुलिस विभाग में अनुकंपा नियुक्ति में कॉन्सटेबल की पोस्ट मिली। ड्यूटी ज्वॉइन तो कर ली लेकिन मेरे पिता का सपना था कि कोई अधिकारी लेवल की पोस्ट मैं हासिल करूँ। उनके सपने को पूरा करने की तैयारी में जुटा।

ड्यूटी के बाद जो भी टाइम मिलता सिर्फ पढ़ाई में देता था। इस बीच सब इंजीनियर और एसएससी जेई का एग्जाम भी निकाला। सब इंजीनियर की पोस्ट पर ज्वॉइनिंग ली। फिर तैयारी में जुट गया और फिर अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा 2021 दी और सक्सेस पाई। वर्तमान में एसडीओ की पोस्ट मिली है। आगे यूपीएससी की तैयारी जारी ररूँगा।

एक ध्येय और पिताजी का मोटिवेशन

स्कूल की पढ़ाई केन्द्रीय विद्यालय क्रं-1 से हुई और ग्रेजुएशन जबलपुर इंजीनियर कॉलेज से। परीक्षा को पास करने के लिए मैं एक ध्येय बनाकर चला। पिताजी के वो शब्द हमेशा याद आते थे कि बेटा तुम्हें एक बड़ा अधिकारी बनना है। मेरा मानना है कि किसी भी एग्जाम को निकालने से पहले सिलेबस को समझना जरूरी है।

पहले छाेटे सब्जेक्ट को पढ़ें फिर बड़ा सिलेबस कवर करें। एमपी जीके को भी अच्छे से पढ़ा। टाइम मैनेजमेंट के साथ तैयारी की। कॉन्सटेबल की पोस्ट पर रहते हुए पुलिस की ट्रेनिंग के दौरान पीटीएस टाॅपर का अवॉर्ड भी जीता है।

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