जबलपुर: शहर में रखी जाती हैं एक लाख प्रतिमाएँ, 5 करोड़ का कारोबार
बड़ी संख्या में पीओपी की मूर्तियाँ होती हैं स्थापित
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
गणेशोत्सव के दौरान शहर में करीब एक लाख प्रतिमाएँ घरों एवं पंडालों में स्थापित की जाती हैं। अनुमान के मुताबिक केवल प्रतिमाओं का कारोबार 5 करोड़ रुपए का होता है। 15 से 20 हजार प्रतिमाओं का निर्माण शहर में होता है, जबकि 80 फीसदी प्रतिमाएँ बाहर से आती हैं। जिनमें बड़ी संख्या में पीओपी से निर्मित प्रतिमाएँ शहर पहुँचती हैं। पर्यावरण विशेषज्ञ सुरेन्द्र सिंह कहते हैं कि पीओपी से निर्मित प्रतिमाएँ पानी में घुलती नहीं हैं। मूर्तिकार प्रहलाद कहते हैं कि पीओपी की प्रतिमाएँ शहर में नहीं बनाई जाती हैं। बाहर से आने वाली अधिकांश प्रतिमाएँ पीओपी की होती हैं।
अधिकारियों को जाँच करने के निर्देश
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन कहते हैं कि पीओपी जलीय जीवों के साथ पर्यावरण के लिए घातक है। इसलिए सभी कलाकारों से पीओपी की प्रतिमाएँ नहीं बनाने की अपील की गई है। वहीं इसकी जाँच के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जो व्यापारी या जो कारीगर पीओपी की प्रतिमा बनाते मिलेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।