जबलपुर: अब मेडिकल कॉलेज में भी होगी कुष्ठ रोगियों की रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी

  • प्लास्टिक सर्जरी विभाग में शुरू होगी सुविधा
  • बनेगा प्रदेश का दूसरा शासकीय केंद्र
  • कम होगा जिला अस्पताल पर दबाव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-01 08:19 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीजों को रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी के लिए अब सिर्फ जिला अस्पताल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र द्वारा नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग को भी अब राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ राेगियों को सेवाएँ प्रदान करने के लिए अधिकृत किया गया है, जिसमें रोगियों की रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी भी की जाएगी।

विश्व कुष्ठ रोग दिवस के ठीक एक दिन पहले इस संबंध में एनएचएम मिशन संचालक द्वारा अधिष्ठाता के नाम पत्र जारी किया गया है। प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. पवन अग्रवाल ने बताया कि विभाग की ओर से यह प्रयास किया गया था कि कुष्ठ रोगियों की सर्जरी के लिए कॉलेज में अधिकृत केंद्र बने।

विभाग में पूर्व में भी रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी हो रही थीं, लेकिन अधिकृत केंद्र बनने से मरीजों को ज्यादा लाभ मिलेगा।

बता दें कि जिले में प्रतिवर्ष 250 कुष्ठ रोगी सामने आते हैं, वहीं जिला अस्पताल में लगभग 100 मरीजों की रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी हर साल होती है। मेडिकल कॉलेज में केंद्र शुरू होने के बाद जिला अस्पताल पर दबाव कम होगा।

आरक्षित किए जाएँगे बेड

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी विभाग में अब कुष्ठ राेगियों के लिए 10 बेड अलग से आरक्षित किए जाएँगे।

विभाग में संसाधनों के साथ-साथ प्रशिक्षित प्लास्टिक सर्जन्स की टीम है, जो रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी में प्रशिक्षित है। ऐसे में मरीजों को ज्यादा बेनिफिट मिलेगा, साथ ही शासन द्वारा दी जाने वाली आर्थिक मदद के साथ अन्य सुविधाएँ भी दी जाएँगी।

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