विडंबना: नर्मदा के घाटों पर जम गई काई, पड़ गईं दरारें
- माँ नर्मदा प्राकट्योत्सव को 6 दिन शेष
- घाटों पर उमड़ेगा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, इंतजाम नदारद
- जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। माँ नर्मदा प्राकट्योत्सव को 6 दिन शेष रह गए हैं। प्राकट्योत्सव 16 फरवरी को मनाया जाएगा। इधर, घाटों पर पानी कम होते ही बदइंतजामी साफ दिखने लगी है। माँ नर्मदा के प्रमुख घाट गौरीघाट में काई लगी नजर आ रही है।
हालत यह है कि कुछ जगह घाटों के बेस तक फट गए हैं, उनमें चौड़ी दरारें दिखने लगी हैं। ऐसे में यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खतरा बढ़ गया है। हालत यह है कि नगर निगम के कर्मचारी काई साफ करने की बजाय केवल चूूना डालकर काम चला रहे हैं।
माँ नर्मदा प्राकट्योत्सव पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु माँ नर्मदा के घाटों पर पहुँचेंगे, लेकिन यहाँ पर जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं। माँ नर्मदा में पानी कम होने से घाटों की बदहाली नजर आने लगी है।
घाटों पर मोटी-मोटी काई जमी हुई है। घाटों पर श्रद्धालु फिसल रहे हैं, इससे दुर्घटना होने का खतरा बढ़ गया है। इसके बाद भी नगर निगम के कर्मचारी काई को अलग नहीं कर रहे हैं। काई के ऊपर केवल चूना डाला जा रहा है।
श्रद्धालुओं का कहना है कि पहले काई को ब्रश से साफ करना चाहिए, इसके बाद चूना डालना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ घाटों के बेस फट चुके हैं। बेस में चौड़ी-चौड़ी दरारें आ गई हैं। दरारों में पैर फँसने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
जानकारों का कहना है कि घाटों के बेस को तत्काल भरवाया जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित रह सकें।
जगह-जगह लगा गंदगी का अंबार
माँ नर्मदा के गौरीघाट, दरोगा घाट, तिलवारा घाट, जिलहरी घाट, लम्हेटा घाट और भटौली घाट में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सफाई कर्मी यहाँ पर नजर नहीं आते हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि यहाँ पर लोग पूजन के लिए आते हैं इसलिए यहाँ पर साफ-सफाई होना जरूरी है।
व्यवस्थाएँ दुरुस्त करने लिखा पत्र
निगमाध्यक्ष रिकुंज विज ने माँ नर्मदा प्राकट्योत्सव के पहले गौरीघाट, दरोगाघाट, लम्हेटा घाट, तिलवारा घाट, जिलहरी घाट और भटौली घाट में व्यवस्थाएँ दुरुस्त करने के लिए निगमायुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि माँ नर्मदा प्राकट्योत्सव के पूर्व घाटों की साफ-सफाई, सड़कों से अतिक्रमण हटाने सहित अन्य इंतजाम करने के लिए कहा है।