जबलपुर: ‘वंशिका’ का ई-टीपी पोर्टल माइनिंग कॉर्पोरेशन ने किया ‘लॉक’
- निर्धारित क्षमता से अधिक रेत का खनन जनवरी की शुरुआत में ही कर लिया गया
- ‘वंशिका’ के प्रबंधन ने ठेका सरेंडर करने का आवेदन शासन को दे दिया
- न तो रॉयल्टी पर्ची बन रही है और न ही ई-टीपी जनरेट हो रही
डिजिटल डेस्क,जबलपुर/मंडला। 48 करोड़ में मंडला की 26 रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली वंशिका कंस्ट्रक्शन का ई-टीपी पोर्टल माइनिंग कॉर्पोरेशन ने लॉक कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक रेत का ठेका लेने के तत्काल बाद 31 अक्टूबर को ‘वंशिका’ के प्रबंधन ने ठेका सरेंडर करने का आवेदन शासन को दे दिया था।
नियमानुसार आवेदन देने के तीन महीने बाद यानी 31 जनवरी तक इसे काम करना था। इसके द्वारा लगभग सभी, विशेषरूप से इन्द्री, बहेरी, मुगदर, हिरदेनगर, बरबसपुर, काताजर, ठरका तथा भड़िया में निर्धारित क्षमता से अधिक रेत का खनन जनवरी की शुरुआत में ही कर लिया गया था।
लिहाजा जनवरी के पहले सप्ताह बाद से ही एक-एक कर इसकी सभी खदानों की रायल्टी पर्चियां जनरेट होना बंद होने लगीं। बावजूद इसके द्वारा रेत का अवैध खनन व परिवहन करना जारी रखा गया।
माइनिंग कॉर्पोरेशन तक लगातार पहुंच रही इन सूचनाओं के बाद बीते सप्ताह के अंतिम दिनों में ‘वंशिका’ द्वारा अग्रिम जमा की गई राशि, उसके अनुपात में जनरेट हुई राॅयल्टी पर्चियों आदि का असेसमेंट भोपाल में किया गया।
असेसमेंट के प्राप्त नतीजों के बाद, माइनिंग कॉर्पोरेशन ने ‘वंशिका’ का ई-टीपी पोर्टल लॉक कर दिया। माइनिंग की कॅान्फ्रेंस में शामिल होने भोपाल गए मंडला के जिला खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य ने मोबाइल पर चर्चा में बताया कि, आज दोपहर उन तक कुछ क्षेत्रों में रेत का उठाव करने वाले कुछ लोगों ने फोन पर यह जानकारी दी थी कि
न तो रॉयल्टी पर्ची बन रही है और न ही ई-टीपी जनरेट हो रही है। श्री शांडिल्य ने माइनिंग कॉर्पोरेशन के मुख्यालय से बात कर स्थिति स्पष्ट करने की बात कही है।
दूसरे जिलों की रॉयल्टी पर्ची चलाई
रेत का अवैध खनन कर निकाली जा रही रेत के भंडारण व परिवहन के लिए ‘वंशिका’ द्वारा जबलपुर में काम कर रही अपनी सिस्टर कंसर्न तथा जबलपुर की रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली ‘शर्मा एसोसिएट्स’ सहित अन्य समीपी जिलों की रायल्टी पर्ची तथा ट्रांजिट पास (टीपी) पर काम किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, दूसरे जिलों की ई-टीपी पर मंडला जिले की रेत के परिवहन व जिले के बाहर भंडारण का काम करीब 12 दिन से चल रहा है। मामले के जानकारों के अनुसार, जबलपुर सहित अन्य जिलों की ई-टीपी आरएसआई स्टोन वर्ल्ड प्रा.लि. रिछाई, बरेला (जबलपुर) के नाम पर काटी गई और ‘वंशिका’ द्वारा दूसरे जिलों की ई-टीपी पर मंडला जिले की रेत जबलपुर में भंडारित की गई।
जांच में भड़िया में अवैध भंडारण तथा बरबसरपुर काताजर व बहेरी में अवैध खनन का खुलासा
रेत के अवैध खनन, भंडारण तथा परिवहन के मामले में घिरी ‘वंशिका’ द्वारा भड़िया, बरबसपुर, काताजर व बहेरी में नियम ताक पर रख, काम किए जाने का खुलासा हुआ है।
बीते सप्ताह खनिज विभाग (मंडला) द्वारा की गई जांच में बरबसपुर, बहेरी और काताजर में माइनिंग प्लान के विपरीत काम करने और खदान के स्वीकृत रकबे के बाहर खनन किया जाना पाया गया है। जांच टीम को भड़िया खदान में रेत का अवैध भंडारण भी मिला, जिसे जब्त किया गया है।
कॉर्पोरेशन द्वारा ई-टीपी पोर्टल लॉक किए जाने का असर हिरदेनगर, कटंगा टोला तथा भप्सा टोला जैसी खदानों पर तो दिखाई दिया, जहां मंगलवार को काम नहीं हुआ।
इसके उलट, इन्द्री, बरबसपुर, ठरका (सतबहनी) में बदस्तूर रेत का खनन तो हुआ ही इन खदानों से रेत का जबलपुर, सिवनी तथा बालाघाट परिवहन भी किया गया।