जबलपुर: किसानों की आड़ में कहीं बिचौलिए न उठा लें लाभ
आकस्मिक निरीक्षण करें अधिकारी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
धान उपार्जन में लगातार हो रही हीलाहवाली और फजीहत के बीच अब अपर कलेक्टर ने साफ किया है कि हर खरीदी केन्द्र का एसडीएम और तहसीलदार निरीक्षण करेंगे। किसानों की आड़ में बिचौलिए किसी प्रकार का लाभ न लें, इस बात का ध्यान रखा जाए और किसी भी केन्द्र में गड़बड़ी न हो। यह अलग बात है कि अधिकांश गड़बड़ियाँ पहले ही कर ली गईं और उनके सुधार के लिए प्रस्ताव भोपाल रवाना भी हो गया। शुक्रवार की शाम कलेक्टर कार्यालय में आयोजित धान उपार्जन की समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह ने जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ सभी एसडीएम को खरीदी केन्द्रों के नियमित रूप से भ्रमण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों से धान उपार्जन को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखना होगा। राजस्व अधिकारियों को देखना होगा कि धान खरीदी की मात्रा और परिवहन में अंतर न हो। पर्ची जारी हो जाने के बाद किसानों की धान की समय पर तुलाई हो और पोर्टल पर भी ऑनलाइन एंट्री हो।
धान खुले में न रखी जाए
अपर कलेक्टर ने बैठक में कहा कि एसडीएम और तहसीलदारों को निरीक्षण के दौरान इस ओर विशेष ध्यान देना होगा कि खरीदी हो जाने के बाद धान बाहर न रखी रहे। उन्होंने कहा कि एसडीएम प्रतिदिन कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों से खरीदी की रिपोर्ट लें और जहाँ भी खरीदी और परिवहन की मात्रा में बहुत अंतर दिखाई दे, उन केन्द्रों पर धान की आवक से लेकर पर्चियाँ काटने, तुलाई होने और स्वीकृति पत्र जारी किये जाने तक की प्रक्रिया का स्वयं परीक्षण करें।
केन्द्र बनने के बाद ही खरीदी हो
बताया जाता है कि कई वेयर हाउसों में जमकर धान की खरीदी कर ली गई है, जबकि केन्द्र की सूची में उनका नाम नहीं है। ऐसे में अपर कलेक्टर ने कहा है कि सभी एसडीएम यह ध्यान रखें कि उन स्थानों पर किसी भी हालत में अभी धान की खरीदी प्रारंभ न हो, जहाँ केन्द्र बनाया जाना प्रस्तावित है। केन्द्र विधिवत स्थापित हो जाने के बाद ही खरीदी प्रारंभ की जाये। कई केन्द्रों को स्वसहायता समूह के नाम पर स्वीकृति दिलाने के लिए एक प्रस्ताव भोपाल भेजा गया है।