रिंग रोड बनाने जमीन तो ले ली पर अब तक नहीं दिया मुआवजा
108 किलोमीटर की रिंग रोड के निर्माण पर करीब 3 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएँगे
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
3 हजार करोड़ रुपयों से बनने वाली रिंग रोड के जमीन अधिग्रहण में कई जगह विवाद हो रहे हैं। पनागर के सिंगोद की एक माँ अपनी बेटी को लेकर दर-दर भटक रही है। उसका कहना है कि सभी को मुआवजा मिल गया लेकिन उसकी जमीन भी ले ली गई पर मुआवजे के लिए कोई कुछ नहीं कर पा रहा है। वह कहती हैं कि बिटिया के ब्याह के लिए ही जमीन को बचाकर रखा था लेकिन सरकार यदि ऐसे ही जमीन हड़प लेगी तो ब्याह कैसे होगा। एक शिकायत में बबली सेन ने बताया कि वह तलाकशुदा महिला हैं और उसकी 20 साल की बेटी है। उनकी जमीन सिंगौद पनागर में है जो कि रिंग रोड में आ रही है जिसका खसरा नम्बर 658-1 रकबा 00.8 हैक्टेयर अर्जित की जा रही है लेकिन उसका मुआवजा अभी तक नहीं मिला है जबकि गाँव के आधा दर्जन से अधिक उन सभी लोगों को मुआवजा मिल चुका है जिनकी जमीन रिंग रोड हेतु अर्जित की गई है। बबली सेन का कहना है कि उन्होंने इस मामले की शिकायत कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन से भी की थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
205 करोड़ में लेंगे भूमि
108 किलोमीटर की रिंग रोड के निर्माण पर करीब 3 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएँगे। सड़क के दो चरणों के 4 पैकेज के लिए 496 हैक्टेयर भूमि का चिन्हांकन किया गया है जिसके अधिग्रहण पर 205 करोड़ रुपयों से अधिक की राशि का भुगतान किया जाएगा।