सोनेवानी अभयारण्य का प्रस्ताव निरस्त करना गलत
वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम की अनिवार्य धाराओं का उल्लंघन किया गया
डिजिटल डेस्क, जबलपुर।
स्टेट ऑफ टाइगर को प्रेडिटर्स एंड प्रे इन इंडिया के वर्ष 2018 की रिपोर्ट के अनुसार बालाघाट डिवीजन के लालबर्रा, वारासिवनी एवं कटंगी वन क्षेत्र 300 बाघ संभालता है। रिपोर्ट के अनुसार इसे संरक्षित क्षेत्र का स्टेटस दिया जाएगा तो विश्व के 5 क्षेत्रों में ये शामिल हो जाएगा। यह जानकारी देते हुए नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे ने बताया कि यह नेशनल टाइगर संरक्षण अथॉरिटी की अधिकृत रिपोर्ट है, लेकिन इसे नकारते हुए वर्ष 2023 में सोनेवानी अभ्यारण्य का प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया। मंच के रजत भार्गव, वेदप्रकाश अधौलिया, प्रभात यादव ने बताया कि सोनेवानी अभ्यारण्य का प्रस्ताव निरस्त करके वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम की अनिवार्य धाराओं का उल्लंघन किया गया है। जिसको लेकर मंच की तरफ से एमपी के प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को ई-मेल भेजा गया है।