जबलपुर: सड़क बना रहे ठेकेदार, फ्लाईऐश परिवहन का खर्च जनता के हवाले
- बिजली विभाग के लिए सरकार के नए नियम बने पहेली
- सड़क बनाने वाले ठेकेदारों की इस पूरी प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं होगी।
- नई नियमावली न केवल निराशजनक है, बल्कि भविष्य के हिसाब से चिंताजनक भी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सरकार ने वातावरण को फ्लाईऐश के प्रदूषण से बचाने के लिए बिजली विभाग से जुड़ी जिस रणनीति को अपनाया है, वो कामयाब होती दिखाई नहीं दे रही है।
नियम में किया गया बदलाव जनता के लिए आर्थिक बोझ बढ़ाने वाला साबित हो रहा है। नया नियम कुछ ऐसा है कि फ्लाईऐश यानी राखड़ का सड़क निर्माण में शत-प्रतिशत उपयोग किया जाएगा।
जहाँ भी सड़क का निर्माण होगा, वहाँ तक फ्लाईऐश पहुँचाने की जिम्मेदारी मध्यप्रदेश पाॅवर जनरेटिंग कंपनी की होगी और राखड़ के परिवहन का संपूर्ण खर्च वितरण कंपनी से वसूला जाएगा।
जबकि सड़क बनाने वाले ठेकेदारों की इस पूरी प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं होगी। नई नियमावली न केवल निराशजनक है, बल्कि भविष्य के हिसाब से चिंताजनक भी।
पहले क्या, अब क्या
साल 2022 तक सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों से अपने खर्च पर राखड़ उठाकर ले जाते थे, परन्तु साल 2022 से जब सरकार ने कायदा बदला तो तय कर दिया जनरेटिंग कंपनी ही ठेकेदारों को राखड़ उपलब्ध कराएगी, वो भी बिल्कुल निःशुल्क।
बाद में परिवहन के पूरे खर्च को वितरण कंपनी से क्लेम किया जाएगा और वितरण कंपनी सीधे तौर पर जनता का धन इस मद में खर्च करेगी। ठेकेदारों को नए नियम के तहत फ्री हैंड दे दिया गया है।
नियम में आगे है कि यदि किसी कारण से जनरेटिंग कंपनी फ्लाईऐश का परिवहन नहीं कर पाती है तो उसे तगड़ा जुर्माना झेलना पड़ेगा, जो करोड़ों में जाएगा।
मुश्किल यह है कि इस रकम का भुगतान भी अंतिम रूप से जनता के धन से ही होगा। परिवर्तन बिजली विभाग के जानकारों को भी समझ नहीं आ रहा है।
रिंग रोड में उपयोग होगी फ्लाईऐश
बताया जाता है कि जबलपुर में बनाए जा रहे रिंग रोड में भी फ्लाईऐश का उपयोग किया जाना है। इसके लिए बिजली कंपनी बिरसिंहपुर स्थित संजयगांधी ताप विद्युत गृह से फ्लाईऐश को परिवहन कर लाया जाएगा।
हम लोग सभी जगह से फ्लाईऐश उठाने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही यह भी प्रयास किया जा रहा है कि फ्लाईऐश के परिवहन का खर्च भी लाेगों पर कम से कम पड़े। बिरसिंहपुर में बाँध की संरचना के कारण फ्लाईऐश को उठाने में तकनीकी समस्या आ रही है।
-मनजीत सिंह, एमडी,मप्र पाॅवर जनरेटिंग कंपनी