कलेक्टर ने ली शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक, शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने स्कूलों की ग्रेडिंग करने के निर्देश

कब क्या पढ़ाना है शिक्षक प्लान बनाकर कराएँ पढ़ाई

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-02 09:37 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

एकेडमिक प्लान ऐसा हो जिसमें शिक्षकों को सिलेबस की पूरी जानकारी होने के साथ-साथ यह भी पता हो कि उन्हें कब और क्या पढ़ाना है। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने मंगलवार को स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में सुझाव दिया कि शिक्षक सिलेबस को छोटे-छोटे टॉपिक में बाँट लें। छात्रों को पढ़ाने के साथ-साथ लिखित और मौखिक रूप में उनसे सवाल-जवाब भी करें। शिक्षक सिलेबस पर अपने संकुल के उसी विषय के शिक्षकों के साथ चर्चा और डिस्कशन भी करें, ताकि अध्यापन की उनकी क्षमता और बेहतर हो सके। कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में उन्होंने शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए बोर्ड परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर शालाओं की ग्रेडिंग तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रेडिंग के आधार पर तीन-चार श्रेणियाँ बनाकर उन शालाओं में जिनका रिजल्ट अपेक्षाकृत कमजोर है। वहाँ अध्ययन और अध्यापन के कार्य पर अधिक ध्यान दिया जाए। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती जयति सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, जिला परियोजना समन्वयक योगेश शर्मा तथा सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मौजूद थे।

एक सप्ताह में पूरा हो मैपिंग का कार्य

कलेक्टर ने शत-प्रतिशत बच्चों की शालाओं से मैपिंग के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की मैपिंग का कार्य एक हफ्ते के भीतर हर हाल में पूरा कर लिया जाए। कोई भी बच्चा ऐसा न हो जो शाला जाने से वंचित रहे। उन्होंने शाला त्यागी बच्चों को शाला में प्रवेश दिलाने के लिए चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे शाला त्यागी बच्चों की सूची तैयार की जाए, जो तमाम प्रयासों के बाद अभी तक स्कूल नहीं पहुँचे हैं, साथ ही इसके कारण भी बताए जाएँ। उन्होंने जर्जर हो चुके शाला भवनों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार करने की बात भी कही।

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