नदी में उतराती मिलीं लापता बहनों की लाशें, एक-दूसरे से बँधे थे हाथ
कटंगी क्षेत्र की घटना, रहस्यमय परिस्थितियों में दो दिन पहले हुई थीं गायब
डिजिटल डेस्क जबलपुर। कटंगी थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 13 में रहने वाली दो चचेरी बहनें दो दिन पहले रहस्यमय परिस्थितियों में घर से लापता हो गई थीं। लापता हुईं बहनों की लाशें सोमवार को बेलखेड़ा क्षेत्र में हिरन नदी में उतराती हुई मिलीं। दोनों के हाथ एक रस्सी से बँधे हुए थे। नदी में लाश देखकर ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। उधर सूचना पर पहुँची पुलिस ने शवों को नदी से बाहर निकलवाया। दोनों की पहचान कटंगी से लापता हुईं बहनों के रूप में की जाने पर पीएम के बाद शवों को परिजनों को सौंपा गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कटंगी के वार्ड क्रमांक 13 में कमल प्रसाद चक्रवर्ती व उनके भाई बेड़ीलाल चक्रवर्ती का परिवार एक साथ रहता है। परिवार में कमल की 16 वर्षीय बेटी काजल व बेड़ीलाल की 17 वर्षीय बेटी निशा थी। दोनों सगी बहनों की तरह हरदम एक साथ रहती थीं। शुक्रवार 15 सितम्बर को दोनों ने साथ खाना खाया और रात 2 बजे तक परिजनों के साथ गणेश प्रतिमाएँ बनाने में जुटी रहीं। उसके बाद सभी सोने चले गये। सुबह उठने पर निशा और काजल अपने बिस्तर पर नहीं मिलीं जिसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। पूरे दिन तलाश करने के बाद कोई सुराग नहीं लगने पर शाम को कटंगी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
60 किलोमीटर दूर मिलीं लाशें
पुलिस के अनुसार कटंगी से लापता हुईं बहनों की लाशें हिरन नदी में बहते हुए करीब 60 किलोमीटर दूर बेलखेड़ा क्षेत्र में नदी में उतराती हुई मिलीं। नदी में एक साथ दो लाशों के देखकर ग्रामीणजन दहशत में आ गये थे। ग्रामीणों की सूचना पर पहुँची पुलिस ने दोनों शवों को नदी से बाहर निकलवाकर उनकी पहचान के लिए आसपास के थानों में सूचना दी जिसके बाद उनकी पहचान स्थापित हो सकी।
मोबाइल पर बात करते देख भाई ने लगाई थी डाँट
कटंगी पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जाँच में यह बात सामने आई है कि निशा और काजल को मोबाइल पर किसी से बातचीत करते हुए देख उसके भाई ने दोनों को डाँट लगाई थी। उसके बाद सभी अपने काम में जुट गये थे। पुलिस परिजनोंं के बयान दर्ज कर घटना के सही कारणों का पता लगाने में जुटी है।
हाथ बाँधकर नदी में छलाँग लगाई
जानकारी के अनुसार नदी से बरामद हुए शवों की फॉरेंसिक जाँच कराए जाने पर यह तथ्य सामने आये हैं कि दोनों बहनें हाथ बाँधकर 16 सितम्बर की सुबह हिरन नदी में कूदी थीं। बेलखेड़ा टीआई संजीव त्रिपाठी के अनुसार शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में दोनों की मौत पानी में डूबने से होना बताया गया है, उनके शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं मिले हैं।