जबलपुर: एडीजीपी जोगा को दी गई औपचारिक विदाई
- अपराधों पर अंकुश, गाँजा तस्करों का नेटवर्क तोड़ा
- सराफा कारोबारी के यहाँ हुई बड़ी चोरी व एक बड़े चोर गिरोह से सवा सौ वाहनों की बरामद की गयी थी।
- गाँजा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ते हुए वर्ष 2023 में रिकाॅर्ड 12 करोड़ का गाँजा जब्त किया गया
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एडीजीपी से अवर परिवहन आयुक्त बनाए गए उमेश जोगा का जबलपुर में करीब ढाई साल का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा। गुरुवार को उन्हे औपचारिक विदाई दी गयी।
उल्लेखनीय है कि कार्यकाल के दौरान उन्होंने जहाँ जनता से सीधा संवाद किया, वहीं गंभीर किस्म के अपराधाें के निकाल में उनकी प्रभावी भूमिका रही। इसके अलावा गाँजा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ते हुए वर्ष 2023 में रिकाॅर्ड 12 करोड़ का गाँजा जब्त किया गया।
ज्ञात हो कि जबलपुर जोन में सितम्बर 2021 में आईजी बनकर आए उमेश जोगा पदाेन्नत होकर एडीजीपी बनाए गए थे। उन्होंने आते ही अपराध नियंत्रण को लेकर गंभीरता पूर्वक प्रयास किए और जोन में आने वाले जिलों के पुलिस अधिकारियों से सतत सम्पर्क रखा।
इसी का परिणाम था कि जोन में आने वाले जिलों में गंभीर किस्म के अपराधों का निकाल हो सका। इसी तरह पूर्व के वर्षों में जहाँ गाँजा बरामदगी 50 लाख से 1 करोड़ के आसपास रहती थी वह बढ़कर वर्ष 2022 में 6 करोड़ और वर्ष 2023 में 12 करोड़ हो गई थी।
वहीं उनके कार्यकाल में जिले में एक सराफा कारोबारी के यहाँ हुई बड़ी चोरी व एक बड़े चोर गिरोह से सवा सौ वाहनों की बरामद की गयी थी।
शिकायतों की गंभीरता से सुनवाई | श्री जोगा द्वारा जाेन में आने वाले जिलों में सीएम हेल्पलाइन व अन्य शिकायतों को निराकृत करने गंभीरता पूर्वक प्रयास किए जाते थे।
उनका मानना था कि अगर शिकायतकर्ता की शिकायत का समय पर निराकरण हो जाएगा तो मामला अपराध में तब्दील होने से बचाया जा सकता है। इससे अपराधों में भी कमी आएगी।