वेयरहाउस में 5834 क्विंटल घटिया और मिलावटी गेहूँ मिला, 33 सौ बोरियाँ गायब
आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी, कई खामियां और भ्रष्टाचार हो सकता है उजागर
डिजिटल डेस्क जबलपुर। मझौली के ग्राम जमुनिया स्थित जगदीश वेयरहाउस में करीब 6 हजार क्विंटल घटिया और मिलावटी गेहूँ मिला है। यहाँ गेहूँ की 33 सौ बोरियाँ गायब भी हैं जिस पर जाँच बैठाई गई है। इस वेयरहाउस को प्रबंधक ने िकराए पर िदया हुआ था जो कि नियमानुसार गलत है। इससे भी बड़ी बात तो यह है िक एक ही वेयरहाउस में 2 खरीदी केन्द्र बन गए और पूरा प्रशासनिक अमला खामोशी से सब देख रहा था। एसडीएम ने जब जाँच की तो मामला उजागर हुआ। उसके पहले फूड-कंट्रोलर, सहकारिता, जेएसओ, मार्कफेड सभी के नुमाइंदे वेयरहाउस का निरीक्षण कर चुके थे। अब मामले की एफआईआर कराने की तैयारी है और यदि पुलिस ने अच्छे से जाँच की तो कई खामियाँ और भ्रष्टाचार उजागर होंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी केन्द्र जय दुर्गा स्वसहायता समूह ग्राम जमुनिया केन्द्र क्रमांक-1 केन्द्र कोड 56233267 उपार्जन स्थल जगदीश वेयरहाउस 153 में अमानक गेहूँ भण्डारित किए जाने एवं अन्य अनियमितताओं संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर उक्त खरीदी केन्द्र की जाँच हेतु जाँच दल गठित किया गया था। जिला आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि जाँच दल द्वारा मौके पर जाकर जाँच की गई। जाँच दल द्वारा प्रस्तुत जाँच प्रतिवेदन के अनुसार वेयरहाउस में 5834 बोरी गेहूँ अमानक पाया गया। वेयरहाउस के वास्तविक मालिक रंजीत विश्वकर्मा द्वारा वेयरहाउस को केशव राय एवं अखिलेश राय को किराए पर देना बताया गया, जो नियमानुसार सही नहीं है। उक्त वेयरहाउस में भण्डारित गेहूँ की अधिकांश बोरियों में कृषक टैग लगे नहीं पाए गए।
16 सौ क्विंटल गेहूँ कम मिला
गोदाम का भौतिक सत्यापन करने पर गोदाम में 3366 बोरियाँ, वजन 1683 क्विंटल गेहूँ स्टॉक में कम पाया गया। खरीदी केन्द्र में 1670.40 क्विंटल गेहूँ ऑनलाइन रिजेक्ट किया जाना प्रदर्शित हो रहा था, किन्तु रिजेक्ट गेहूँ को पृथक से भण्डरित किया जाना नहीं पाया गया। इस प्रकार रिजेक्ट किया गया अमानक गेहूँ को स्वीकृत गेहूँ की बोरियों के साथ रखा गया। जिससे अच्छा गेहूँ भी खराब हो सकता है और शासन को करोड़ों रुपयों का नुकसान हो सकता है।
एक वेयरहाउस में दो खरीदी केन्द्र
वेयरहाउस चलाने वालों ने चालाकी और भ्रष्टाचार के तमाम रिकॉर्ड तोड़ डाले। यहाँ एक ही वेयरहाउस में दो केन्द्र चलाए जा रहे थे। शाखा प्रबंधक, वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन सिहोरा द्वारा जगदीश वेयरहाउस जिसमें पूर्व से ही जय दुर्गा स्वसहायता समूह ग्राम जमुनिया द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी की जा रही थी, उसमें सेवा सहकारी समिति कापा द्वारा संचालित उपार्जन केन्द्र को भी जोडऩे हेतु प्रस्तावित किया गया। इस प्रकार जय दुर्गा स्वसहायता समूह ग्राम जमुनिया द्वारा संचालित उपार्जन केन्द्र कोड क्रमांक. 56233267 की अध्यक्ष, सेवा सहकारी समिति कापा द्वारा संचालित उपार्जन केन्द्र क्रमांक 56233261 के खरीदी प्रभारी प्रकाश चन्द्र कुशवाहा, वेयरहाउस के मालिक तथा उसे किराए पर लेने वाले केशव राय तथा अखिलेश राय, वेयरहाउस कॉर्पोरेशन के गोदाम प्रभारी संदीप
राजपूत, शाखा प्रबंधक एनपीडब्ल्यूएलसी तथा मार्कफेड के सर्वेयर गनपत पटेल द्वारा मप्र शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, भोपाल द्वारा जारी रबी उपार्जन नीति के प्रावधानों तथा शासन के आदेशों-निर्देशों का उल्लंघन किया जाना पाया गया है। अब प्रशासन इस मामले में एफआईआर की तैयारी कर रहा है और हो सकता है िक जल्द ही थाने में शिकायत दर्ज कराई जाए।