शर्मनाक: कोलगवां थाने से सौ मीटर पर शोहदों की गुंडागर्दी, दोनों पक्षों के खिलाफ एक जैसी धाराएं लगा कर पुलिस ने काटी कन्नी
- थाने से 100 मीटर पर शोहदों की गुंडागर्दी
- नाइट कॉम्बिंग पर थी सतना पुलिस
- एक जैसी धाराएं लगा कर पुलिस ने काटी कन्नी
डिजिटल डेस्क, सतना। शनिवार की रात...रात के महज साढ़े ग्यारह बज रहे थे। कोलगवां थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर भरहुत नगर की ओर जा रही एक कार को पीछे से दो महंगी कारों से आए 4 शोहदों ने दाएं-बाएं से कवर कर लिया। महंगी कारों से घिरी कार में सुशय अग्रवाल, उनके मित्र भास्कर सिंह बघेल और भास्कर की भांजी सवार थे। जबकि अलग-अलग कारों में पुष्पराजकालोनी निवासी 4 रईसजादे थे। इन आरोपियों की पहचान तन्मयराज छत्तानी, गौरव बाधवानी, यश सीरवानी और यश सचदेवा के रुप में की गई है। कारगिल ढाबा से भोजन पैक करा कर सुयश जैसे ही कार से भरहुत नगर स्थित नर्सिंग होम की ओर निकले। इसी ढाबे में पहले से झूमझाम रहे शोहदों की नजर उन पर पड़ी और वहीं से चारों पीछे लग गए।
लड़की घुमाने के आरोप लगा कर बेदम पिटाई
आरोपी दोनों ओर से गाड़ी को ओवरटेक करते हुए फ्लाईओवर से भरहुत नगर मोड़ तक ले गए। मोड़ पर दोनों गाडिय़ां फंसा कर आरोपी तन्मयराज छत्तानी ने सुशय की कार रोक ली और लडक़ी घुमाने का आरोप लगाते हुए मारपीट शुरु कर दी। बचाव के लिए भास्कर सामने आए तो चारों आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट की। कार पर पत्थर पटक कर सीसे चकनाचूर कर दिए। इसी बीच भानु प्रताप सिंह अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर पहुंचे तो आरोपी भाग गए। हमले मेंसुयश अग्रवाल को दाहिनी आंख और गर्दन में घाव लगे। भास्कर की गर्दन और पीठ में भी घातक चोटें लगीं। चुल्लूभर पानी से जुड़ा यह उत्पात तब हुआ तब हुआ जब डीजीपी के फरमान पर पूरे प्रदेश की पुलिस के साथ सतना पुलिस भी रात्रि गश्त के अभियान पर थी।
गंभीर रुप से घायल फरियादी भी अपराधी
सरेआम गुंडागर्दी के शिकार तीनों फरियादी जिस वक्त कोलगवां थाने पहुंचे तो वहां नया सीन था। आरोपियों के साथ कोलगवां थाने में विंध्य चेंबर के अध्यक्ष सतीश सुखेजा पहले से मौजूद थे। पुलिस ने दोनों पक्ष को मेडिकल के लिए भेजा। फरियादी सुयश अग्रवाल की शिकायत पर आरोपी
तन्मयराज छत्तानी, गौरव बाधवानी, यश सीरवानी और यश सचदेवा के खिलाफ आईपीसी की दफा 294, 323, 506 और 34 और यश सचदेवा की शिकायत पर दूसरे पक्ष के सुयश अग्रवाल,भास्कर सिंह बघेल एवं एक अन्य के विरुद्ध इन्हीं धाराओं में अपराध दर्ज करके हिसाब बराबर कर दिया। विधिक मामलों के जानकार कहते हैं, आरोपियों और फरियादियों के खिलाफ एक साथ कायमी कर पुलिस ने परस्पर समझौते की गुंजाइश छोड़ दी है। पुलिस के मुताबिक मारपीट में आरोपी पक्ष को भी मामूली चोटें आई हैं, इसीलिए काउंटर कायमी की गई।
अल्कोहल के टेस्ट क्यों नहीं?
शोहदों की पिटाई में गंभीर रुप से घायल सुयश अग्रवाल की इस हालत के बाद भी कोलगवां पुलिस की नजर में यह मामला साधारण मारपीट का है। मेडिकल टेस्ट कराने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा ३२३ लगाई है। यह धारा धक्का-मुक्की और साधारण मारपीट पर लगती है। आरोप हैं कि आरोपी आसामी हैं, इसीलिए पुलिस ने मेडिकल परीक्षण तो कराया लेकिन सच से वाकिफ होने के बाद भी उनके अल्कोहल के टेस्ट नहीं कराए गए। ब्रीथ एनलॉइजर के इस्तेमाल की भी जहमत नहीं उठाई गई। पुलिस ने फरियादियों के खिलाफ कायमी करने से पहले सीसीटीवी कैमरे तक चेक करने की कोशिश नहीं की। रोड रेज, ड्रिंक एंड ड्राइव , छेडख़ानी की कोशिश और जानलेवा हमले की कोशिश के इस गंभीर मामले को पुलिस ने हल्के से निपटा कर आरोपियों के हौसले बुलंद कर दिए।
किसकी कृपा से देर रात खुला रहता है ढाबा
कोलगवां थाना क्षेत्र में रीवा रोड और मैहर बायपास के तिराहे पर स्थित ढाबा देर रात आखिर किसकी कृपा से खुला रहता है? क्या, पुलिस के पास सुविधा के कानून का विशेषाधिकार है। यह वही ढाबा है, जहां से शनिवार की रात आरोपी सुयश की कार के पीछे लगे थे। सुयश अपने मित्र और मित्र की भांंजी के साथ भोजन पैक करा कर नर्सिंग होम जा रहे थे। नर्सिंग होम में उनके मित्र के पिता भर्ती थे और कुछ परिजनों के भोजन की व्यवस्था के लिए ढाबे पर आए थे।