खुदकुशी: हिंगोली में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर एक युवक और नाबालिग छात्रा ने लगाई फांसी
- मराठा आरक्षण की मांग
- एक युवक और नाबालिग छात्रा ने लगाई फांसी
- जिले में दो घटनाएं
डिजिटल डेस्क, हिंगोली। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जिले की बसमत तहसील के नाहद में एक युवक ने कुंए में कुदकर आत्महत्या कर ली। मृतक का शव आज दोपहर पुलिस ने बरामद किया। अंतरवली सराती में चल रहे मनोज जरांगे पाटिल का समर्थन करने विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अधिकांश गांवों से श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल शुरू हो गई है और राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ-साथ राज्य राजमार्ग पर भी सड़क रोको आंदोलन चलाया जा रहा है। आंदोलन में सक्रिय रहे नाहद ग्राम निवासी गोविंद कावले उम्र 21 साल ने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। गोविंद कावले मंगलवार से लापता था। उसके परिजन और गांववाले गोविंद की खोज कर रहे थे, बुधवार दोपहर बारह बजे उसका शव गांव के पास एक कुएं में मिला।
घटना की जानकारी मिलने के बाद हट्टा पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक गजानन बोराटे, उपनिरीक्षक जाधव, जमादार भुजंग कोकेरे, भारशंकर के दस्ते ने घटनास्थल पर जाकर शव को कुएं से बाहर निकाला। कुंए के समीप एक नोट मिला जिस पर लिखा हुआ था कि मैं आत्महत्या कर रहा हूं क्योंकि महाराष्ट्र सरकार हमें मराठा आरक्षण नहीं दे रही है। जानकारी मिलते ही शोक की लहर फैल गई।
नाबालिग ने की आत्महत्या, लाश को सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन
उधर जिले की कलमनुरी तहसील के मालधामणी ग्राम मेें नाबालिग ने आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली। 1 नवंबर की सुबह जानकारी मिलते ही शव को तहसील कार्यालय के सामने रखकर कई घंटो तक रखकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कलमनुरी तहसील के मालधामनी ग्राम निवासी 17 वर्षीया आरती नागोराव शिंदे ने मराठा आरक्षण की मांग करते हुऐ बुधवार सुबह 11 बजे अपने घर मेें फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले आरती शिंदे ने हाथ से लिखी चिठ्ठी में लव यू मम्मी पापा, मुझे मेरा आरक्षण नहीं मिला, इसलिए मैं इसे नहीं पढ़ सकी और मराठा आरक्षण की मांग लिखकर अपने आत्महत्या कर ली।
लोगों ने एकत्रित होकर आरती नागोराव शिंदे के शव को लेकर कलमनुरी तहसील कार्यालय पहुंचे। हिंगोली-नांदेड़ राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर चक्का जाम आंदोलन शुरू कर दिया। आंदोलनकारियों ने मृतक आरती नागोराव शिंदे के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए की तत्काल सहायता देने की मांग की। शाम 5 बजे आरती के शव को पोस्टमार्टम उपजिला सरकारी अस्पताल भेजा गया। उसके बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया। पुलिस निरिक्षक वैजनाथ मुंडे के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।