गड़चिरोली में हाथियों ने फिर उजाड़ दीं फसलें
चिनेगांव में दिनभर चलता रहा नुकसान का पंचनामा
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। जंगली हाथियों ने अब खेतों में लहलहा रहीं धान की फसल को अपना निशाना बनाया है। पिछले तीन दिनों से तहसील के विभिन्न क्षेत्र में हाथियों के झुंड ने अपना उपद्रव मचाना शुरू रखा है। इस बीच गुरुवार की रात हाथियों ने तहसील के चिनेगांव से सटे खेत परिसर में जमकर उत्पात मचाया। गांव के कुल 7 किसानों के खेतों की फसल को हाथियों ने पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है। जिससे संबंधित किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार की सुबह वनविभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर दिनभर नुकसान का पंचनामा किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में किसानों के खेतों में धान की फसल लहलहा रही है। रोपाई कार्य अंतिम चरण में होकर खेतों में पानी भी उपलब्ध है। इसी कारण दिनभर में जंगल में विश्राम करने वाले जंगली हाथी रात होते ही खेतों की ओर आकर्षित होने लगे है। गुरुवार की रात को भी जंगली हाथियों ने अपना मोर्चा चिनेगांव के खेतों की ओर मोड़ा। गांव निवासी पत्रू जुमनाके, सरस्वता गणपत जुमनाके, देविदास जुमनाके, आबाजी जुमनाके, गंगाधर जुमनाके, अनिता जुमनाके, दिलीप जुमनाके आदि किसानों के खेतों में पहुंचकर हाथियों ने फसल को जमकर नुकसान पहुंचाया। इस झुंड में हाथियों की संख्या करीब 22 से 25 होकर हाथी एक ही कतार में चलने से खेतों की फसल पूरी तरह तबाह होने लगी है। शुक्रवार को कुरखेड़ा की वन परिक्षेत्र अधिकारी कुंभलकर, गोठनगांव के क्षेत्र सहायक उईके, वनरक्षक दुर्गे और वन मजदूरों ने नुकसानग्रस्तों खेतों में पहुंचकर पंचनामा किया। वर्तमान में जंगली हाथियों का लोकेशन वाशी वनक्षेत्र में होने की जानकारी वनविभाग ने दी है। इस बीच इस वनक्षेत्र से सटे गांवाें के नागरिकों को सतर्क रहने का आह्वान भी वनविभाग ने किया है।