फलों का राजा है आम, गड़चिरोली के ‘कलेक्टर’ का प्रचार और संवर्धन जरूरी
आम महोत्सव में प्रभारी जिलाधिकारी पाटील ने कहा
Bhaskar Hindi
Update: 2023-05-31 09:42 GMT
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। फलों के राजा के रूप में आम परिचित है। आज आम की अनेक प्रजातियां आसानी से देखी जा सकती है। लेकिन इसमें सर्वाधिक आकर्षित और मन को मोह लेने वाली प्रजाति ‘कलेक्टर’ है। जिले की सिरोंचा तहसील में यह प्रजाति काफी मात्रा में उपलब्ध है। इस आम का प्रचार करने के साथ साथ इसका संवर्धन करना आवश्यक है। कलेक्टर आम गड़चिरोली जिले को नई पहचान दे सकता है। यह विचार गड़चिरोली के प्रभारी िजलाधिकारी धनाजी पाटील ने व्यक्त किए। मंगलवार को गड़चिरोली के कृषि विज्ञान केंद्र में आम महोत्सव-2023 का आयोजन किया गया। इस समय वे बोल रहे थे। इस समय प्रमुख अतिथि के रूप में उद्यान विद्या महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. डी. एम. पंचभाई, फलशास्त्र विभाग प्रमुख डा. एस. जी. भराड, प्रा. डा. एस. आर. पाटील, कृषि अर्थशास्त्र व सांख्यिकी विभाग के प्रमुख डा. आर. डी. वालके आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।
अपने संबाेधन में प्रभारी कलेक्टर पाटील ने कहा कि, आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में आम की अनेक प्रजातियां हैं। जिसमें प्रमुखता से लंगड़ा, दशहरी, ताेतापुरी, रत्ना, लालबाग, पायरी, मंजिरी, आम्रपाली, सफेदा, सिंधु, सिरकुरस, मुलगोवा, स्वर्णरेखा जैसी प्रजातियों का समावेश है। इन सभी प्रजातियों में कलेक्टर आम सबसे बड़ा है। इस प्रजाति का एक आम करीब डेढ़ किलो के आस-पास होता है। यह प्रजाति अब तक केवल सिरोंचा क्षेत्र में ही देखी गयी है। इस प्रचार कर इसका संवर्धन करते हुए पूरे जिलेभर में इस प्रजाति के पौधों को रोपने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ शास्त्रज्ञ व प्रमुख डा. संदीप कराडे ने किसानों से सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर अपने परिसर में आम के पौधे लगाने की अपील की। कार्यक्रम में कृषि संशोधन केंद्र के सहयोगी प्राध्यापक डा. वाय. आर. खोब्रागडे, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी बसवराज मास्तोडी, आत्मा के प्रकल्प संचालक पंढरीनाथ डाखले, महिला आर्थिक विकास महामंडल के वरिष्ठ समन्वयक सचिन देवतले, एकात्मिक बाल विकास प्रकल्प अधिकारी ज्योति कडू आदि उपस्थित थे। महोत्सव के दौरान किसानों ने विभिन्न प्रजातियों के आम की प्रदर्शनी लगायी थी।