ठप पड़ी है गांवों की जलापूर्ति
कुनघाड़ा वासियों ने पत्र परिषद में दी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । चामोर्शी तहसील के कुनघाड़ा (रै.), तलोधी (मो) और नवेगांव (रै.) गांव की प्रादेशिक जलापूर्ति याेजना पिछले 38 दिन से बंद होने के बाद भी जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने योजना को शुरू करने कोई कदम नहीं उठाए हैं। विभाग की इस नियोजन शून्यता के कारण तीनों गांवों के नागरिकों को बारिश के दिनों में भी पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। जलापूर्ति योजना तत्काल पूर्ववत शुरू करवाने की मांग को लेकर आगामी 28 अगस्त को गड़चिरोली-सिरोंचा राष्ट्रीय महामार्ग के कुनघाड़ा क्रासिंग पर बेमियादी चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा। इस आशय की चेतावनी एक पत्र परिषद के माध्यम से नागरिकों ने दी है।
तीनों गांव के नागरिकों ने पत्रकारों को बताया कि, जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से कुनघाड़ा (रै.) गांव में प्रादेशिक जलापूर्ति योजना आरंभ की गयी है। इस योजना के तहत परिसर के अन्य गांवों में भी जलापूर्ति की जाती है। लेकिन गत 11 जुलाई से योजना की जलापूर्ति पूरी तरह ठप पड़ी है। नल योजना पूर्ववत आरंभ करने की मांग को लेकर ग्रापं प्रशासन ने कई बार विभाग से पत्र व्यवहार किया है। जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह से प्रत्यक्ष मुलाकात कर उन्हें भी समस्या से अवगत कराया गया। बावजूद 37 दिन बीतने के बाद भी अब तक जलापूर्ति योजना पूर्ववत आरंभ नहीं की गयी है। वर्तमान में खरीफ सत्र आरंभ होकर गांव के नागरिक कृषि कार्य में जुटे हैं लेकिन पीने के लिए गांव में पानी उपलब्ध नहीं होने से अब उन्हें खेती कार्य छोड़कर पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
जलापूर्ति योजना तत्काल शुरू न करने पर आगामी 28 अगस्त को बेमियादी चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा। ऐसी चेतावनी इस समय दी गयी। पत्र परिषद में सरपंच अल्का धोडरे, पूर्व सरपंच अविनाश चलाख, उपसरपंच अनिल कुनघाडकर, ग्रापं सदस्य दिलीप कुथे, संदीप काटवे, उमेश काेडाप, दीपाली बोदलकर, अल्का गव्हारे, जयश्री धोडरे, वनिता वैरागडे, यमाजी कोसमशिले, वामन काटवे, सतीश सातपुते, विकेश कोठारे, सचिन गव्हारे आदि उपस्थित थे।