जंगली हाथियों ने अब उजाड़ी वनविभाग की रोपवाटिका
उराडी और जांभली गांव से सटे खेत की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। तहसील के वनक्षेत्र में जंगली हाथियों का उपद्रव थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों के खेतों में प्रवेश कर धान की फसलों को तबाह करने के बाद अब जंगली हाथियों के झुंड ने अपना निशाना वनविभाग की रोपवाटिका को बना लिया है। रविवार की देर रात जंगली हाथियों ने तहसील के उराड़ी से जांभली गांव के बीच कक्ष क्रमांक 310 में स्थित रोपवाटिका में प्रवेश करते हुए विभिन्न प्रजातियों के पौधों को तहस-नहस कर दिया। इस बीच हाथियों ने रोपवाटिका की फेंसिंग को भी क्षति पहुंचायी। इसके बाद हाथियों के झुंड ने उराडी और जांभली गांव से सटे खेत की फसलों को नुकसान पहुंचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष ही वनविभाग ने कक्ष क्रमांक 310 में रोपवाटिका तैयार की थी। इस रोपवाटिका में विभाग ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे तैयार किए थे। रविवार की रात एक के बाद एक ऐसे तकरीबन 20 से 25 जंगली हाथियों ने इसी रोपवाटिका में प्रवेश किया। पौधों की सुरक्षा के लिए वनविभाग ने समूची रोपवाटिका में फेंसिंग लगायी थी। हाथियों ने इस फेंसिंग को तोड़कर रोपवाटिका में प्रवेश किया और अनेक पौधों को क्षति पहुंचायी। वहीं रास्ते में आनेवाले खेतों की फसलों को हाथियों ने उजाड़ दिया। इस बीच सोमवार को वनविभाग की टीम ने रोपवाटिका में पहुंचकर नुकसान का पंचनामा किया। खेतों में लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए किसानों ने जंगली हाथियों का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग सरकार से की है।
झुंड से भटका हाथी, पहुंचा आरमोरी वनक्षेत्र में : इस बीच जंगली हाथियों के झुंड से एक विशाल नर हाथी भटकने की जानकारी मिली है। यह हाथी सोमवार को दिन-दहाड़े आरमोरी तहसील के विभिन्न वनक्षेत्र में दिखायी दिया। तहसील के ठाणेगांव, डोंगरगांव, शिवणी मार्ग के लोगों को इस हाथी के दर्शन भी हुए। परिसर में जंगली हाथी होने के कारण क्षेत्र के किसानों में अब दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। इस बीच किसानों को सतर्कता बरतने की अपील आरमोरी के वन परिक्षेत्र अधिकारी अविनाश मेश्राम ने की है। समाचार के लिखे जाने तक इस हाथी ने अब तक किसी तरह का नुकसान नहीं किया है।