जंगली हाथियों ने आधी रात को आंबेझरी में मचाया उत्पात

  • एक के बाद एक 14 मकान कर दिए ध्वस्त
  • उजाड़ दी धान की फसलें , ग्रामीणों में दहशत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-03 07:04 GMT

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली) । ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुए जंगली हाथियों के झुंड ने अब कुरखेड़ा तहसील के वनक्षेत्र में उपद्रव मचाना शुरू कर दिया है।  जंगली हाथियों के झुंड ने तहसील के आंबेझरी गांव में प्रवेश करते हुए जमकर उत्पात मचाया। झुंड के हाथियों के एक के बाद एक ऐसे कुल 14 मकान को ध्वस्त कर दिया। कुछ हाथियों ने लोगों के घर में घुसकर सामान तहस-नहस कर दिया। हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश करने से पूरी रात ग्रामीणों ने जागकर काटी। वहीं जैसे ही हाथियों का झुंड गांव से जंगल की ओर रवाना हुआ, रास्ते में आने वाले खेतों के धान की फसल को भी हाथियों ने रौंद डाला। घटना की जानकारी मिलते ही बुधवार की सुबह वनविभाग की टीम ने आंबेझरी पहुंचकर पंचनामा किया। इस बीच जंगली हाथियों के इस तांडव के कारण नागरिकों में भयपूर्ण माहौल बना हुआ है। वर्तमान में भी हाथियों का झुंड इसी गांव से सटे जंगल परिसर में होने से नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील वनविभाग ने की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में रोपाई के कार्य शुरू होने से आंबेझरी के अधिकांश नागरिक मंगलवार की शाम कृषि कार्य निपटाकर अपने घरों में लौट आए थे। भोजन करने के बाद अधिकांश नागरिक अपने घरों में गहरी नींद में थे। इसी बीच देर रात एक के बाद एक एेसे दर्जनों की संख्या में जंगली हाथियों के झुंड ने आंबेझरी गांव में प्रवेश किया। हाथियों के आवाज के कारण गांव में हड़कंप मच गया।

लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए घर से बाहर निकलकर हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया। हाथियों की संख्या काफी अधिक होने के कारण लोगों ने अपनी जान बचाने का ही प्रयास किया। इस बीच हाथियों ने गांव के कुल 14 मकानों को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंचायी। कुछ हाथियों ने घर में भी प्रवेश किया और घर में रखा सामान तहस नहस कर दिया। घटना में आंबेझरी निवासी यशवंत हलामी, धर्मराव हलामी, शामराव काटेंगे, मंगरू हलामी, रेसु हलामी, लालाजी मडावी, दिलीप मडावी, चुन्नीलाल बुद्धेे, तुकाराम मडावी, भाऊदास मडावी, आनंदराव हलामी, आसाराम मडावी, बारीकराव मडावी और तुकाराम टेकाम नामक व्यक्तियों के मकान को क्षति पहुंचायी। हाथियों ने काफी देर तक यह उपद्रव मचाने के बाद जंगल की ओर रुख किया। लेकिन जंगल जाते समय भी हाथियों ने खेतों की धान की फसल को उजाड़ दिया। इस घटना में नागरिकों को काफी नुकसान पहुंचने की जानकारी मिली है। वहीं हाथियों के इस उत्पात के कारण लोगों में भयपूर्ण माहौल भी बना हुआ है। घटना की जानकारी मिलते ही बुधवार की सुबह वनविभाग की टीम ने आंबेझरी गांव में पहुंचकर नुकसान का पंचनामा किया। हाथियों का झुंड वर्तमान में इसी गांव से सटे जंगल में होने से लोगों को सतर्क रहने का आह्वान वनविभाग की ओर से किया गया है।

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