किसानों को नुकसान से बचाने के लिए वनविभाग ने शुरू की गश्त
वनकर्मचारियों की गश्त बढ़ाई
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। पिछले 12 दिनों से जंगली हाथियों का झुंड कुरखेड़ा तहसील के वनक्षेत्र में होकर अब तक हाथियों ने नुकसान की अनेक घटनाओं को अंजाम दिया है। 14 से अधिक मकानों को ध्वस्त करते हुए धान की फसलों को तहस-नहस करने का कार्य हाथियों ने किया है। संतप्त किसानों द्वारा देसाईगंज के उपवनसंरक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद विभाग ने वनकर्मचारियों की गश्त बढ़ा दी है। अब विभाग की टीम दिन और रात में हाथी बाधित क्षेत्र में पहुंचकर हाथियों पर अपनी पैनी नजर रखी जा रही है। इस बीच शुक्रवार को क्षेत्र के विधायक कृष्णा गजबे ने देलनवाड़ी वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले गांव परिसर के खेतों में हाथियों द्वारा किये गये नुकसान का जायजा लिया। इस समय विधायक गजबे ने नुकसानग्रस्त खेतों का तत्काल पंचनामा करने के साथ साथ जंगली हाथियों के झुंड को खदेड़ने के निर्देश वनविभाग को दिए हैं।
ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुए जंगली हाथियों के झुंड को जिले में अब 2 वर्ष से अधिक कालावधि पूर्ण हो रहा है। इस बीच कुछ समय के लिए हाथियों का झुंड गोंदिया जिले में दाखिल हुआ था। लेकिन एक बार फिर हाथियों का झुंड जिले के कुरखेड़ा वनक्षेत्र में लौट आया है। पिछले 12 दिनों की कालावधि में झुंड के हाथियों ने खेतों में जमकर उत्पात मचाया। आंबेझरी गांव के कुल 14 मकान को ध्वस्त भी किया। लगातार हो रहें नुकसान को देखते हुए संतप्त किसानों व नागरिकों ने गुरुवार को देसाईगंज पहुंचकर डीएफओ कार्यालय पर दस्तक दी है। साथ ही हाथियों को खदेड़ने व नुकसान मुआवजे की राशि में बढ़ोत्तरी करने की मांग को लेकर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन भी किया था। किसानों की संतप्त भावनाओं को देखते हुए वनविभाग ने अब किसनों को नुकसान से बचाने के लिए वन कर्मचारियों की गश्त को बढ़ा दिया है। अलग-अलग टीमों में कर्मचारियों को बांटकर जिस स्थान पर हाथियों का लोकेशन मिल रहा हैं, उस गांव परिसर में हाथियों पर निगहबानी रखी जा रहीं है। हाथियों को खेत परिसर में आने से रोंकने के लिए प्रयास किया जा रहा है। शुक्रवार को क्षेत्र के विधायक कृष्णा गजबे ने आरमोरी और देलनवाड़ी वन परिक्षेत्र के तहत हाथियों द्वारा नुकसान किये गये खेतों में पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने नुकसानग्रस्त किसानों को तत्काल वित्तीय मदद देने के निर्देश वनविभाग को दिए है। इस समय उनके साथ आरमोरी के वन परिक्षेत्र अधिकारी अविनाश मेश्राम समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।