ब्रिटिशकालीन पुल जर्जर, जानलेवा हुआ सफर
हो सकता है हादसा, प्रशासन से ध्यान देने की मांग
डिजिटल डेस्क, एटापल्ली(गड़चिरोली)। एटापल्ली तहसील मुख्यालय से 12 किमी दूरी पर बिड़री गांव बसा हुआ है। इस गांव से सटकर अंगरेजों ने नाले पर पुल बनाया था। वर्तमान में यह पुल जर्जर अवस्था में है। इस पुल से न तो कोई बड़ा वाहन आवागमन कर सकता हैं और न ही कोई व्यक्ति साइकिल से इस पुल काे पार कर सकता है। इसकी मरम्मत की ओर सरकार द्वारा निरंतर अनदेखी किये जाने से आज भी आदिवासी इस ब्रिटिशकालीन पुल से ही सफर कर रहे हंै।
यहां बता दें कि, आदिवासी बहुल इलाकों के विकास पर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा प्रति वर्ष करोड़ों की निधि उपलब्ध करायी जाती है। लेकिन इस निधि से जमीनी स्तर पर किसी तरह के विकास कार्य नहीं होने से क्षेत्र के नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। बिड़री गांव से सटकर दर्जनों गांव है। क्षेत्र के नागरिकों को विभिन्न कार्यों के लिए एटापल्ली तहसील मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। लेकिन एटापल्ली पहुंचने से पूर्व लोगों को बिड़री नाला पार करना आवश्यक है। बरसों पूर्व नाले पर बनाया गया पुल पूरी तरह नाले में समा गया है।
बारिश के दिनों में हल्की बारिश में भी इस मार्ग से आवागमन बंद हो जाता है। आम दिनों में लोगों को काफी सावधानी से इस पुल को पार करना पड़ता है। वर्षों से इसी समस्या का सामना करते हुए लोगों को जीवनयापन करना पड़ रहा है। जिससे सड़क व पुल का निर्माण करने की मांग की जा रही है।