तनाव: प्रसूता की मृत्यु के बाद शव लेकर अस्पताल पहुंचे परिजन, किया हंगामा
तनावपूर्ण माहौल रहा
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। शहर के चामोर्शी मार्ग पर स्थित श्री मार्कंडेय अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला की प्रसूति होने के एक घंटे बाद प्रसूता की मृत्यु होने की घटना से भड़के मृतक के परिजनों व रिश्तेदारों ने डॉक्टर दम्पत्ति पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में शव को लेकर जमकर हंगामा किया। इस समय मृतक शहर के गोकुल नगर प्रभाग क्रमांक 23 निवासी कविता नीलेश कोडापे के परिजनों के साथ 300 से अधिक नागरिकों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त कर शव को श्मशानभूमि की ओर न ले जाते हुए शव को सीधे अस्पताल में लाकर संबंधित डॉक्टर दम्पत्ति व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर इस मामले की कड़ी जांच करते हुए संबंधित अस्पताल को प्रशासन द्वारा सील लगाने की मांग की गई। अाधे घंटे तक हुई गहमागहमी से यहां तनाव की स्थिति निर्माण हुई थी। इस समय यहां मौजूद कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने अस्पताल में लोगों की भीड़ को शांत करने का प्रयास किया। जिसके बाद प्रसूता की अंतिम संस्कार का कार्य होने के कारण लोगों को स्थिति को देखते हुए शव को लेकर श्मशानभूमि की ओर प्रस्थान किया। जानकारी के अनुसार श्री मार्कंडेय अस्पताल में गुरुवार को गर्भवती कविता कोडापे को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 6 दिसंबर को डाॅ.वैशाली चलाख और डा. प्रशांत चलाख के श्री मार्कंडेय अस्पताल में उसे भर्ती कराया।
वहां स्त्रीरोग विशेषज्ञ डाॅ.वैशाली चलाख ने उपचार शुरू था। इस बीच 7 दिसंबर की सुबह 8.55 बजे के दौरान डाॅ.वैशाली ने कविता पर सिजेरियन कर प्रसूति करवाई। जहां कविता ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। लेकिन प्रसूति के तुरंत बाद कविता की तबीयत अचानक खराब होते गयी और एक घंटे के भीतर ही उसकी मृत्यु हो गयी। मृत्यु के बाद अस्पताल प्रशासन ने सारी प्रक्रिया पूर्ण कर शव को कोडापे परिजनों काे सौंप दिया। शुक्रवार को दोपहर करीब 4 बजे अंतिम संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लेकिन इस समय मौजूद परिजनों और आम नागरिकों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त कर शव को श्मशानभूमि की ओर न ले जाते हुए परिजनों ने शव को सीधे अस्पताल पहुंचाया। इस समय मौजूद करीब 300 से अधिक नागरिकों व कोडापे परिजनों ने डा. चलाख दम्पत्ति पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अपना रोष व्यक्त किया। करीब आधे घंटे तक श्री मार्कंडेय अस्पताल प्रशासन के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की। इस दौरान अाधे घंटे तक हुई गहमागहमी के कारण श्री मार्कंडेय अस्पताल प्रशासन के खिलाफ अन्य लोगों में भी खासा रोष दिखायी दिया।