जिला परिषद की 8 शालाओं में एक भी शिक्षक नहीं

आदिवासी बहुल जिले में शिक्षा का बुरा हाल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-30 12:05 GMT

डिजिटल डेस्क, अहेरी(गडचिरोली)। ग्रामीण क्षेत्र में विद्यार्थियों की शैक्षणिक भविष्य की जिम्मेदारी शिक्षण विभाग के कंधे पर होकर गुटशिक्षणाधिकारी समेत केंद्र प्रमुख, पदवीधर शिक्षण, विषय शिक्षक और प्राथमिक शिक्षक के अनेक पद रिक्त है। इन सभी जगह का अतिरिक्त पदभर अन्य के पास सौंपे जाने से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की शैक्षणिक भविष्य अंधेरे में दिखाई दे रही है।

अहेरी तहसील में अहेरी, आलापल्ली, महागांव, बोरी, देवलमारी, वेलगुर, पेरमिली, राजाराम, दामरंचा, जिमलगट्‌टा, देचलीपेठा, उमानूर, ऐसा 12 केंद्र से जिला परिषद के 156 प्राथमिक व 27 उच्च प्राथमिक शाला चलाया जाता है। पिछले शैक्षणिक सत्र के अनुसार इन शालाओं में करीब 5 हजार 894 विद्यार्थी शिक्षण अर्जित कर रहे हैं। अहेरी शिक्षण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, यहां प्राथमिक शिक्षक का कुल 402 पद मंजूर होकर केवल 328 पद भरा गया है। करीब 74 पद अभी भी रिक्त है। पदवीधर शिक्षक की 27 पद मंजूर होकर 21 पद भरा गया है। अभी भी 6 पद रिक्त है। विषय शिक्षक का 29 पद मंजूर होकर 23 पद भरा गया। अभी भी 6 पद रिक्त है। उच्च श्रेणी मुख्याध्यापक का 4 पद मंजूर होकर 2 पद भरा गया। अब भी 2 पद रिक्त है। इतना ही नहीं, 12 केंद्र पर देखरेख व शैक्षणिक कामकाज की देखरेख के लिए केंद्र प्रमुख की 12 पद मंजूर होकर केवल वेलगुर, महागांव और पेरमिली इन तीन केंद्र पर केंद्र प्रमुख का पद भरा गया। अब भी करीब 9 जगह रिक्त होकर यहां के केंद्र प्रमुख को अतिरिक्त पद भर सौंपने की जानकारी है। जिससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। प्राथमिक शिक्षक, पदवीधर शिक्षक, विषय शिक्षक, उच्चश्रेणी मुख्याध्यापक और केंद्र प्रमुख ऐसा करीब 97 पद रिक्त हंै। पद रिक्त होने से विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में होने की बात अभिभावकों द्वारा कही जा रही है। सरकार से इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर तत्काल रिक्त पद भरने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है। 

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