नक्सलियों ने तीन गांवों के तेंदूपत्तों को लगा दी आग
- तेंदूपत्ता का रेट तयन करने छोड़ा फरमान
- ग्रामीण क्षेत्र में दहशत
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। बंदूकधारी नक्सलियों ने धानोरा तहसील के मुरूमगांव पुलिस मदद केंद्र के तहत आने वाले छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर स्थित उमरपाल, केहकावाही और रिधवाही गांवों में तेंदूपत्ता की फड़ी में आग लगा दी। आग में लाखों का नुकसान हुआ है। नक्सलियों के एक के बाद एक ऐसे तीनों गांवों की तेंदूपत्ता फड़ी में पहुंचकर तेंदूपत्ता बोरों को आग के हवाले कर दिया। घटना के चलते तेंदूपत्ता संकलनकर्ता समेत आम नागरिकों में दहशतपूर्ण माहौल बना हुआ है। तीनों घटनास्थल पर नक्सलियों ने पर्चे फेंककर तेंदूपत्ता का दाम 1 हजार 100 रुपए प्रति सैकड़ा करने का फरमान छोड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्रीष्मकाल आरंभ होते ही जिलेभर में तेंदूपत्ता संकलन का कार्य आरंभ होता है। ग्रामसभा गठन के पूर्व वनविभाग के माध्यम से यह कार्य किए जाते थे लेकिन पेसा कानून के तहत ग्रामसभाओं को वनाेपज के सर्वाधिकार प्रदान होते ही जिले में गठित ग्रामसभाओं के माध्यम से यह कार्य किए जा रहे हंै। इस बीच धानोरा तहसील के मुरूमगांव पुलिस मदद केंद्र के तहत आने वाले छग राज्य की सीमा पर स्थित उमरपाल, केहकावाही और रिधवाही गांव में दर्जनों की संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने प्रवेश किया। इन तीनों गांवों में तेंदूपत्ता संकलन का कार्य शुरू है। गांव की खुली जगह पर ग्रामसभाओं ने अस्थायी रूप से तेंदू फड़ी शुरू की है। इसी फड़ी में संकलकों से तेंदूपत्ता लेकर इसे सुखाने का कार्य किया जा रहा है। इसी तेंदू फड़ी में पहुंचकर नक्सलियों ने तेंदूपत्ता के बोरों को आग के हवाले कर दिया। तीनों गांवों में एक के बाद एक आगजनी की घटना को अंजाम देने से ग्रामीणों में दहशतपूर्ण माहौल बना हुआ है। इस बीच नक्सलियों ने घटनास्थल पर पर्चे फेंककर तेंदूपत्ता का रेट घटाने वालों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के साथ तेंदूपत्ता को प्रति सैकड़ा 1 हजार 100 रुपए दर देने का फरमान भी छोड़ा। पर्चों में उत्तर गड़चिरोली डििवजन कमेटी भाकपा (माओवादी) ऐसा भी लिखा हुआ था।