तेंदूपत्ता संकलन का काम हुआ खत्म , लौटने लगे मजदूर
बस स्टैंड पर उमड़ रही भीड़
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। कुछ दिन पहले जिले के सबसे बड़े तेंदूपत्ता सीजन की शुरुआत हुई। ज तेंदूपत्ता संकलन के लिये गड़चिरोली जिले के शहरी क्षेत्र समेत बाहर जिले के मजदूर भी जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में पहुंचकर तेंदूपत्ता संकलन कर रहे थे। हाल ही में तेंदूपत्ता संकलन का काम समाप्त होने से बाहर गांवों से अाए मजदूर अपने-अपने गांवों की ओर रवाना हो रहे हंै। जिसे रापनि के बस स्टैंड और निजी वाहनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है। गड़चिरोली जिले में सर्वाधिक मजदूरी का स्रोत यानी तेंदूपत्ता संकलन है। जिले समेत बाहर जिलों के मजदूर भी तेंदूपत्ता संकलन करने के लिये जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में पहुंचते हंै। करीब 10 से 15 दिनों तक गांवों में डेरा डालकर तेंदूपत्ता संकलन करते हैं। जिले के दुर्गम क्षेत्र में बहने वाली नदी, नालों पर पुलिया नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में अनेक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है। जिसके कारण दुर्गम क्षेत्र के मजदूर वर्ग तेंदूपत्ता मजदूरी से मिलनेवाली राशि में करीब दो माह का नियोजन करते हंै। बारिश के पहले ही जीवनावश्यक सामग्री खरीदी करते है। वहीं अनेक किसान तेंदूपत्ता की मजदूरी से खेती कार्य का नियोजन करते हंै।