ढाई करोड़ के इनामी नक्सली नेता कटकम सुदर्शन की मौत
- इंजीनियरिंग की किया था पढ़ाई
- कई घटनाओं को दिया था अंजाम
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। वर्ष 1970 के दशक में आदिवासी बहुल गड़चिरोली में नक्सलवाद की जड़ें मजबूत करने अहम भूमिका निभाने वाले नक्सलियों के केंद्रीय समिति सदस्य आनंद ऊर्फ कटकम सुदर्शन की 31 मई को दंडकारण्य के वनों में ह्रदयाघात से मौत हो गई। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले सुदर्शन पर पांच राज्यों ने कुल ढाई करोड़ रुपए का इनाम रखा था। उसकी मृत्यु से नक्सल आंदोलन को करारा झटका लगा है। सुदर्शन की मृत्यु के संदर्भ में नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया है।
जानकारी के अनुसार तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के बेलमपल्ली में सुदर्शन का जन्म हुआ था। पिछले पांच दशक में नक्सल संगठन के विस्तार में उसका सक्रिय सहभाग रहा है। उस्मानिया विश्वविद्यालय से उसने इंजीनियरिंग की थी। वर्ष 2001 में नक्सलियों के सर्वोच्च केंद्रीय समिति के साथ पोलित ब्यूरो में उसे सदस्य की जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 1980 से 1999 के बीच आदिलाबाद और गड़चिरोली जिले के सीमावर्ती इलाकों में नक्सलवाद पूरी तरह सक्रिय था। वर्ष 2011 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में 70 जवान शहीद हुए थे। इस घटना की रणनीति सुदर्शन ने ही बनाई थी। नक्सली आंदोलन में सुदर्शन की पहचान थिंक टैंक के रूप में थी। उसके नेतृत्व में नक्सलियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है। पिछले कुछ दिनों से बीमार रहने के कारण उसका दंडकारण्य के जंगल में ही उपचार शुरू था।