वनविभाग की सामग्री खरीदी प्रक्रिया में लाखों का गबन!
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कुडवे ने शुरू किया बेमियादी ठिया आंदोलन
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। गड़चिरोली वनविभाग में डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी योजना के तहत 39 वन प्रबंधन समितियों की निधि से खरीदी की गयी विभिन्न सामग्री की प्रक्रिया में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय सरपंच परिषद के जिलाध्यक्ष योगाजी कुडवे और उनके कार्यकर्ताओं ने यहां के मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के समक्ष ठिया आंदोलन शुरू किया है। इस मामले में दोषी वनाधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए संबंधितों को सेवा से तत्काल निलंबित करने की मांग आंदोलनकर्ताओं ने की है। अपने ज्ञापन में कुडवे ने बताया कि, गड़चिरोली वनविभाग के तहत आने वाले 39 वन प्रबंधन समितियों को राज्य सरकार द्वारा गत वर्ष 25-25 लाख रुपए की निधि प्रदान की गयी। इस निधि से वनोपज संकलन के साथ विभिन्न प्रकार के कार्य प्रस्तावित किए गए थे। लेकिन गड़चिरोली वनविभाग के अधिकारियों ने इसी निधि से केजविल, रोटावेयर, मल्टीक्रॉप सीड ड्रील, थ्रेशर मशीन, इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा, वाटरबम आदि खरीदा। इस खरीदी प्रक्रिया की जानकारी सूचना अधिकार कानून के तहत मांगी गई।
जानकारी में बाजार दरों से अधिक की दरों में सामग्रियों की खरीदी किये जाने का पाया गया है। खरीदी प्रक्रिया में 3 करोड़ से अधिक का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए इस मामले की कड़ी जांच करने की मांग कुडवे ने की है। साथ ही दोषी वनाधिकारियों के खिलाफ कानूनन कार्रवाई करते हुए संबंधितों को निलंबित करने की मांग की है। ठिया आंदोलन के पहले दिन अखिल भारतीय सरपंच परिषद के जिलाध्यक्ष योगाजी कुडवे, सरपंच दिवाकर निसार, आकाश निकोडे, रवींद्र सेलोटे, संतोष ताटीकोंडावार, धनंजय डोईजड, नीलकंठ संदोकर, शंकर ढोलगे, रमेश मेश्राम, चोखाजी रायसिडाम, नीलकंठ गेडाम, ढिवरू मेश्राम, कालीदास पेंदाम, उमेश कडते आदि उपस्थित थे।