विश्व जल दिवस 2024: विश्व जल दिवस को ध्यान में रखते हुए रासेयो स्वयंसेवकों ने खेली सूखी होली

विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में स्वयंसेवकों ने दिया पौधों को पानी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-27 13:52 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। विश्व जल दिवस हमें याद दिलाता है कि जल की लगातार हो रही कमी को यदि रोका नहीं गया तो उसके विनाशकारी परिणाम हमें भुगतने होंगे। जल ही वह तत्व है जिसकी समस्त जीवों को सर्वाधिक और अनिवार्य आवश्यकता होती है। बिना जल के यह ज़मीन एकदम सूनी होगी और यदि पर्याप्त मात्रा में जल होगा तो हर तरफ जीवन का सृजन होगा। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अपने परिसर में लगे पेड़ पौधों को पानी देते हुए कार्यक्रम अधिकारी गब्बर सिंह ने स्वयंसेवकों को उक्त तथ्यों से अवगत करवाकर जल संरक्षण के लिए आगे आने हेतु युवाओं से अपील की।



उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे जल संरक्षण में महती भूमिका निभाते हैं एक तरफ जहां वह अच्छी वर्षा का कारण बनते हैं तो वहीं दूसरी तरफ वह अपनी जड़ों के साथ ज़मीन के अंदर पानी ले जाकर भूगर्भ जल के पुनर्भरण का कारण भी बनते हैं। इस अवसर पर स्टेट कैंपर सोनिया मीना व कोर टीम के सदस्य मोहम्मद आकिब ने सूखी होली खेलने की अपील की ताकि संस्कृति के साथ ही पर्यावरण की भी सुरक्षा हो सके। कार्यक्रम अधिकारी डॉ रेखा गुप्ता ने कहा कि स्वयंसेवक समुदाय में जाकर लोगों को जल संरक्षण के तरीके बताकर विश्व जल दिवस के उद्देश्य को साकार कर सकते हैं।

कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रजनी कांत व कुलसचिव डॉ विजय सिंह के निर्देशन में किया गया। जिसमें मुख्य भूमिका, जमशेद आलम , दिव्यांशी पाण्डेय, प्रिंसी, विशाल, आदर्श एवं अन्य 25 स्वयंसेवकों की रही।

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