बीड़: करोड़ों रूपए की संपत्ति की मालिक पंकजा मुंडे मकान बनाने के लिए मांग रही है चंदा
- दस साल से सांसद का बीड़ में कोई संपर्क कार्यालय नहीं है
- जीएसटी भरने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जुटाया था चंदा
- चुनाव हलफनामे में पंकजा की संपत्ति का खुलासा
डिजिटल डेस्क, बीड़, सुनील चौरे। दिगवंत केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी और भाजपा की राष्ट्रीय सचिव मकान बनाने के लिए चंदा जमा करने का आग्रह कर रही है। दो बार विधायक रही, पूर्व कैबिनेट मंत्री, कई कंपनियों की शेयरधारक और करोड़ रुपए की मालकिन (चुनावी हलफनामे के अनुसार) पंकजा मुंडे ने भाजपा पदाधिकारियों से प्रचार सभा के दौरान शहर में मकान बनाने के लिए चंदा मांगा। पंकजा मुंडे को भाजपा ने लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। वह 2019 तक परली से विधायक थीं। वे राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं, लेकिन एक विधायक के रूप में उनका कार्यक्षेत्र परली तहसील तक ही सीमित था, इसलिए वहां के लोगों को पंकजा मुंडे से मिलने के लिए परली स्थित उनके घर पर जाना पड़ता था। आयोजित प्रचार सभा में पदाधिकारीयों की बैठक में उन्होंने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं की सुविधा के लिए बीड में घर बनाने जा रही हूं, लेकिन मेरे पास पैसे नहीं हैं, इसलिए पार्टी कार्यकर्ता घर बनाने के लिए लोगों से चंदा लें। यदि आप चाहें, तो इसे अपने नाम पर रखें, मैं मरने तक वहीं रहूंगी, उसके बाद वह घर आपका। पंकजा ने कहा कि मैं अंबाजोगाई, माजलगांव केज निर्वाचन क्षेत्र के लिए परली के मकान में ठहरुंगी।
दस साल से सांसद का बीड़ में कोई संपर्क कार्यालय नहीं है
इस बार लोकसभा प्रत्याशी पंकजा मुंडे की छोटी बहन प्रीतम मुंडे पिछले दस साल से बीड से सांसद रही है। शहर में सांसद का कोई कार्यालय नहीं है और अगर कार्यकर्ता उनसे संपर्क करना चाहते हैं, तो उसे परली स्थित उनके आवास पर जाना पड़ता। निवर्तमान सांसद प्रीतम मुंडे बीड आने पर भाजपा जिला कार्यालय में रुककर पत्रकार परिषद व कार्यकर्ताओ से संपर्क किया करती थी।
चुनाव हलफनामे में पंकजा की संपत्ति का खुलासा
पंकजा मुंडे द्वारा 2019 विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे में बताया गया था कि उनके पास 5 करोड़ 54 लाख रुपये की संपत्ति है, इसके अलावा उनके पास 450 ग्राम सोना भी है। उनके पास 4 किलो चांदी और डेढ़ लाख के आभूषण हैं। 2018-2019 वित्तीय वर्ष में उनकी आय 34 लाख थी। अब लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन के वक्त उनकी मौजूदा संपत्ति का खुलासा होगा।
तब जीएसटी भरने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जुटाया था चंदा
दिगवंत केद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे ने वैद्यनाथ चिनी मिल स्थापित की। इस चिनी मिल की अध्यक्ष पंकजा मुंडे है। वैद्यनाथ चिनी मिल पर जीएसटी का 19 करोड रूपए बकाया था। साथ ही कर्मचारीयों के पीएफ का भी 61 लाख रुपए बकाया था। इसलिए वैद्यनाथ चिनी मिल को सील कर दिया गया था। उस दौरान पंकजा मुंडे के समर्थक बीड जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं ने जीएसटी का भुगतान करने के लिए चेक द्वारा लाखों रुपए का चंदा इकट्ठा किया था। किंतु उस समय पंकजा मुंडे ने यह धनराशि लेने से इंकार कर दिया था।