महा रैली: मराठा आरक्षण के खिलाफ अब सत्ता पक्ष और विपक्ष एक जुट हो गया है - जरांगे
- मनोज जरांगे की शांति रैली
- छठवें दिन जबरदस्त समर्थन मिला
- सत्ता पक्ष और विपक्ष पर लगाए गंभीर आरोप
डिजिटल डेस्क, बीड। मनोज जरांगे की शांति रैली को छठवें दिन गुरुवार को जबरदस्त समर्थन मिला। इस दौरान लाखों की संख्या में मराठा रैली में शामिल हुए। रैली के बाद शहर के श्री छत्रपती शिवाजी महाराज चौक परिसर पर मराठा समुदाय को संबोधित करते हुए मनोज जरांगे ने कहा की मेरा समाज मुझे आशीर्वाद दे रहा है, जिससे मेरा दर्द दूर हो रहा है। मैं समाज के हर शख्स से घिरा हूं। छगन भुजबल ने ओबीसी नेताओं को एकजुट किया। जिसे लेकर जरांगे ने जातिवाद और दंगा कराने की कोशिश का आरोप लगाया। जरांगे ने मराठा आरक्षण की रैली में बड़ हमला करते हुए कहा कि ये राजनीति लोग कुर्सी के लिए जाति को खत्म कर देंगे। आरक्षण के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक साथ हैं। सिर्फ राजनीति चल रही है।
मराठाओं को आरक्षण न देने के लिए माविआ का गुप्त समर्थन?
महाविकास अघाड़ी नेताओं ने सत्र में मराठा आरक्षण बैठक से मुंह मोड़ लिया। इस संबंध में मनोज जारांगे पाटिल ने कहा कि सभी विधायकों से अपील है कि सभी विधायक मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण दिलाने का प्रयास करें। सवाल उठना चाहिए, सबको बताना चाहिए कि हमें ओबीसी से आरक्षण मिलना चाहिए ।
विपक्ष को कहना चाहिए था कि ओबीसी से आरक्षण मिलना चाहिए। एक मारने की एक्टिंग कर रहा है और दूसरा रोने की एक्टिंग कर रहा है। इसलिए मराठा समुदाय सड़क पर आ गया है। समाज पिछड़ा साबित हुआ है। मराठा समाज को ओबीसी से आरक्षण देने की मांग की। उन्होंने कहा कि मराठाओं को आरक्षण न देने के पीछे माविआ की कोई बड़ी भूमिका है।
ओबीसी नेताओं का मराठाओं पर अन्याय
ओबीसी समुदाय के नेताओं पर निशाना साधते जरांगे ने कहा कि गरीब मराठाओं को धमकाना, मारपीट और गालीगलौच करना अन्याय है। यह अन्याय बंद किया जाए, हमारे आरक्षण का विरोध किया गया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को सबक सिखाया जाएगा।
कॉलेज सहित स्कूल को छुट्टी
मनोज जरांगे की रैली के दौरान छात्रों को परेशानी ना हो, इसलिए संगठनों ने शिक्षा विभाग को कॉलेज और स्कूल बंद रखने का ज्ञापन दिया था। जिसके बाद प्रशासन ने गुरुवार को छुट्टी का आदेश निकाला था। लिहाजा सभी स्कूल कॉलेज बंद रहे।