देश का नाम रौशन: एक किसान के बेटे अविनाश साबले ने देश को दिलाया गोल्ड
- 3000 मीटर स्टीपलचेज में जीता गोल्ड
- 20 किलो वजन कम करना पड़ा
- 6 साल की उम्र में शुरु हुआ खेल के प्रति रुझान
डिजिटल डेस्क, बीड, सुनील चौरे। आष्टी तहसील के मांडवा गांव का बेटा दुनियाभर में छा गया है। किसान के बेटे और स्टार एथलीट अविनाश साबले ने एशियन गेम्स 2023 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है। उन्होंने 3000 मीटर स्टीपलचेज़ फाइनल में पहला स्थान हासिल किया है, उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। एथलेटिक्स (ट्रैक और फील्ड) में भारत का ये पहला गोल्ड मेडल है। उन्होंने 8:19:50 समय के साथ पहला स्थान हासिल कर लिया। अविनाश स्टीपलचेज़ में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट भी बन गए हैं। अविनाश के जीतने के साथ ही भारतीय गोल्ड मेडल की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। मांडवा गांव के रहने वाले अविनाश साबले ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में नेशनल रिकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता था। 2019 में दोहा में हुई एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।
6 साल की उम्र में शुरु हुआ खेल के प्रति रुझान
अविनाश का जन्म इसी गांव में हुआ व परिवार किसान है। स्कूल 6 किलोमीटर दूर पड़ता था। 6 साल की उम्र में वे दौड़कर या पैदल चलकर स्कूल जाते थे, क्योंकि बस, रिक्शा की कोई सुविधा नहीं थी। औरंगाबाद के क्रीड़ा प्रबोधन में प्रवेश मिला। इसके बाद चार साल की पढ़ाई वहीं पूरी की। 12वीं क्लास पास करने के बाद सेना में नौकरी लग गई और 2013-14 में सियाचिन ग्लेशियर पर पोस्टिंग हुई। राजस्थान के रेगिस्तान में भी ड्यूटी की, फिर 2015 में वे सिक्किम में तैनात रहे।
20 किलो वजन कम करना पड़ा
इसके बाद इंटर आर्मी क्रास कंट्री रनिंग में भाग लिया। उनके साथी जवानों ने साबले में कुछ हुनर देखा और उनके कहने पर साबले दौड़ में शामिल हो गए। इसके बाद वे स्टीपलचेज गए और अमरीश कुमार से ट्रेनिंग ली। उसके बाद नेशनल कैम्प में एंट्री हुई और विदेशी कोच ने उन्हें तराशा।
सफलताएं रुक रुक कर मिली
2018 में नेशनल ओपन चैम्पियनशिप में 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। फिर मार्च 2019 में नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया। फिर रिकॉर्ड तोड़ने के कारनामों के बाद ऐसे पुरुष स्टीपलचेजर बन गए जो वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लिए क्वालिफाई कर पाए थे।
साल 2019 में एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सिल्वर हासिल किया
2020 के समर ओलंपिक में क्वालिफाई किया।
एशियन गेम्स 2023 में स्वर्ण पदक जीता।
स्टार एथलीट अविनाश साबले ने रिकार्ड तोड प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन कर दिया। जिले के सभी लोगों ने अविनाश को बधाई दी।