अयोध्या: विश्वस्तरीय स्टेशन की सौगात देंगे मोदी, बनेंगी नई अमृत भारत ट्रेनें
- एक साल के भीतर बनेंगी 200 से 300 नई अमृत भारत ट्रेनें
- अयोध्या को विश्वस्तरीय स्टेशन की सौगात
- सबसे बड़ा कॉनकोर्स सेटअप हो रहा तैयार
डिजिटल डेस्क, अजीत कुमार, अयोध्या। अयोध्या को उसका खोया हुआ वैभव वापस दिलाने में जुटी मोदी-योगी सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। मंदिर हो या सड़क, रेलवे स्टेशन हो या हवाईअड्डा, सबका विकास इस तरह से किया किया जा रहा है कि यहां आने वाला हर श्रद्धालु सुखद स्मृतियों के साथ वापस जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। तीन चरण में चल रहे निर्माण कार्य में इस स्टेशन का पहला चरण बनकर तैयार हो चुका है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की एक नई श्रेणी अमृत भारत की दो ट्रेनों और छह नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
अमृत भारत ट्रेन का यह प्रयोग अगर सफल रहा तो एक साल के भीतर देश में लगभग 200 से 300 नई अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम के पहले तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पांच महीने के परीक्षण के बाद एक साल के भीतर लगभग 200 से 300 नई अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी अवधि में 150 से 200 नई वंदे भारत ट्रेनें भी तैयार हो जाएंगी।
सबसे बड़ा कॉनकोर्स सेटअप हो रहा तैयार
स्टेशन की साज-सज्जा इस तरह से तैयार की जा रही है कि यह किसी भी विश्वस्तरीय हवाईअड्डे से कम नहीं होगी। स्टेशन पर एक तरफ़ जहां बीमार लोगों के लिए अलग केबिन की व्यवस्था है, तो वहीं महिलाओं की सुविधा के लिए शिशु देखभाल केंद्र भी बनाया जा रहा है। स्टेशन पर पर्यटन सूचना केंद्र तो रहेगा ही, साथ ही देश का सबसे बड़ा कॉनकोर्स सेटअप भी बनाया जा रहा है। यात्रियों को यदि चोट लग जाती है तो चिकित्सा की भी पूरी व्यवस्था है। ये सारी सुविधाएं भूतल पर होगी। इसके अलावा फूड प्लाजा, स्वचलित सीढियां, क्लॉक रूम, प्रतीक्षा कक्ष, लिफ्ट और आधुनिक शौचालय की व्यवस्था रहेगी।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की तरह आकर्षक है भवन
भवन का बाहरी ढांचा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की तरह ही भव्य और आकर्षक तरीके से बनाया गया है। पहले चरण के निर्माण कार्य पर कुल 241 करोड़ रुपए की लागत आई है। रेलवे स्टेशन की इमारत तीन मंजिला है, जिसका फुटप्रिंट 140 मीटर गुणा 32.6 मीटर है। यात्रियों को प्रतिकूल मौसम से बचाने के लिए एक विशाल फ्रंटपोर्च भी बनाया गया है। यह स्टेशन आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन भवन होगा।
क्या है आईजीबीसी प्रमाणीकरण ?
आईजीबीसी प्रमाणन किसी परियोजना के डिजाइन और निर्माण के दौरान ध्यान में रखे गए हरित उपायों के आधार पर प्रदान किया जाता है।