छत्रपती संभाजीनगर: मराठवाड़ा में जल संकट! 76 में से 38 शहरों में फरवरी-मार्च बाद होगी किल्लत
- संभागीय प्रशासन ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट
- अधिकांश शहरों को आनेवाले चार महीनों तक मिलेगा पानी
डिजिटल डेस्क, छत्रपती संभाजीनगर. मराठवाड़ा में इस वर्ष काफी कम बारिश होने से संभाग के 78 में से 38 शहरों में फरवरी-मार्च बाद पेयजल समस्या निर्माण होने का चित्र है। संभागीय प्रशासन ने इस संबंध में पड़ताल कर सरकार को इसकी जानकारी रिपोर्ट के जरिए दी है। विशेष है कि फिलहाल परियोजनाओे इतना जल भंडार उपलब्ध है कि, आगामी चार महीनों तक मराठवाड़ा के अधिकांश शहरों को पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा।
जून 2024 तक 19 शहरों में तो 8 शहरों में जुलाई 8 शहरों को जुलाई 2024 आखिर तक पेयजल उपलब्ध है। 6 शहरों को अप्रैल-मई तक 12 शहरों को मार्च आखिर तक जलापूर्ति हो सकती। फरवरी 2024 तक 19 शहरों को जलापूर्ति की जा सकती। तो 4 शहरों को जनवरी आखिर बाद जलकिल्लत से जुजना पडेगा। 2 शहरों के जलस्त्रोत सूखने से 6 शहरों को बारिश मौसम तक जलापूर्ति होगी।
- 1 करोड़ लोगों की प्यास कैसे बुझाएंगे?
2011 की जनगणना अनुसार मराठवाड़ा की जनसंख्या 1 करोड़ 87 लाख है। इसमें से लगभग 76 लाख जनसंख्या शहरी भाग में 2011 अनुसार है। लेकिन फिलहाल जनसंख्या 2 करोड़ से आगे जाने का अनुमान है। शहरी जनसंख्या का प्रतिशत 50 होना संभव है, लगभग 1 करोड़ से ज्यादा जनसंख्या की पेयजल समस्या आनेवाले ग्रीष्म डरा रही है।
- मराठवाड़ा में जिलानुसार शहरों को कितने दिन पानी मिलेगा
छत्रपति संभाजीनगर जिला
छत्रपति संभाजीगन शहर में एक वर्ष मिलने इतना जलभंडारण है। इसके अलावा वैजापुर, कन्नड़ जनवरी 2024, सिल्लोड़, जून 2024,, गंगापुर फरवरी 2024, खुलताबाद मार्च 2024, फुलंब्री फरवरी 2024, सोयगांव अप्रैल 2024
जालना जिला
जालना शहर में फिलहाल जलभंडारण है। अंबड अप्रैल 2024, परतूर, बदनापुर, तीर्थपुरी मार्च 2024,भोकरदन-जलस्त्रोतों में पानी नहीं। घनसांवगी,मंठा, जाफ्राबाद फरवरी 2024, मंतीर्थपुरी मार्च 2024 तक पानी मिलेगा।
परभणी जिला
मानवत मार्च 2024, पाथरी, सेलू, पालम, पूर्णा, सोनपेठ,जिंतूर, खेड़ फरवरी 2024
हिंगोली जिला
हिंगोली, वसमत कमनुरी को जुलाई 2024, औंढा नागनाथ,सेनगांव जून 2024
नांदेड़ जिला
कंधार,कुंडलवाडी, किनवट, धर्माबाद में जुलाई 2024 तक पानी मिलेगा। देगलुर नवंबर 2024, बिलोली मई 2024, लोहा फरवरी 2024, उमरी मार्च 2024, हदगांव में पानी का स्त्रोत नहीं। भोकर, मुखेड, अर्धापुर हिमायतबाग, नायगांव में जून 2024 तक पानी मिलेगा।
बीड़ जिला
बीड़, माजलगांव में फरवरी 2024, अंबाजोगाई, परली, गेवराई, जून 2024 तक और धारुर, केज, आष्टी में जुलाई 2024 तक पानी मिलेगा। पाटोदार अप्रैल 2024, शिरुरकासार जनवरी 2024 वडवणी मई 2024 तक पानी मिलेगा।
लातूर जिला
उदगीर, अहमदपुर, निलंगा, औसा, चाकूर में जून 2024 तक पानी मिलेगा। शिरुर अनंतपाल, देवणी, जलकोट, रेणापुर में मार्च 2024 तक पानी मिलेगा।
धाराशिव जिला
धाराशिव मई 2024, तुलजापुर, नलदुर्ग, उमरगा में जून 2024 तक पानी मिलेगा। मुरुम, परंडा, वाशी, लोहारा में फरवरी 2024 तक पानी मिलेगा।कलंब मार्च 2024, भूम 2024 तक पानी मिलेगा।
- वर्ष के आखरी में अत्यल्प बारिश
मराठवाड़ा में इस वर्ष 15 प्रतिशत कम बारिश हुई। नांदेड़, हिंगोली छोडकर कही भी संतोषजनक बारिश नहीं हुई। बेमौसमी बारिश दिसंबर में हुइ्र लेकिन उसका ज्यादातर परिणाम जलभंडारण होने पर नहीं हुआ। बडी 11 परियोजना संग मध्यम व लघु 866 प्रकल्प, बांधों पर निर्भर शहर, गांवों को जलकिल्लत से जूजना पडेगा।
- योजनाओं पर निर्णय नहीं होता
डॉ. शंकर नागरे, पूर्व सदस्य मराठवाड़ा वैधानिक विकास मंडल के मुताबिक मराठवाड़ा वॉटरग्रीड पर निर्णय नहीं हुआ। सरकार चर्चा को समय नहीं दे रही है। नई परियोजनाओं का विचार नहीं।कम बारिश होने से 37 प्रतिशत जलभंडारण प्रकल्पों में है। आनेवाले ग्रीष्म में शहर संग ग्रामीण भाग में जलकिल्लत होगी।