Chhatrapati Sambhaji Nagar News: कांग्रेस ने चुनाव आयोग के नियमों की उड़ाई धज्जियां, सांसद चव्हाण ने कार्रवाई की मांग की
- सांसद चव्हाण ने बेनाम विज्ञापन को लेकर साधा निशाना
- विज्ञापन में राष्ट्रीय नेताओं को तरजीह, राज्यस्तरीय भूले
Chhatrapati Sambhaji Nagar News : राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एक विज्ञापन प्रकाशित किया है। उस पर प्रकाशक का नाम नहीं है, जो कि अनिवार्य था। महाविकास आघाड़ी को इसमें छूट नहीं देनी चाहिए। नियमों की धज्जियां उड़ाकर विज्ञापन प्रकाशित किया गया। भाजपा ने इस मामले में चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। वह बुधवार, 6 नवंबर को यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे।
विज्ञापन में राष्ट्रीय नेताओं को तरजीह, राज्यस्तरीय काे भूले
चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान जो विज्ञापन प्रकाशित किया, उस पर राष्ट्रीय नेताओं के तो फोटो हैं, लेकिन राज्य के नेताओं के नहीं। विज्ञापन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री की तस्वीर है। अब चुनाव महाराष्ट्र में लड़ रहे हैं तो फोटो तेलंगाना के मुख्यमंत्री का क्यों? यह हार का लक्षण है। उन्होंने आरोप लगाया कि विज्ञापन में जो दावे किए गए हैं, वह वस्तुनिष्ठ नहीं हैं। इससे जाहिर होता है कि कांग्रेस अब आत्मविश्वास खो बैठी है।
मराठा आरक्षण 100 फीसद लागू
चव्हाण ने कहा कि मराठा आरक्षण 100 प्रतिशत लागू हो गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कुछ निर्णय संपूर्ण जनता तक नहीं पहंुचे, इसलिए लोग भ्रम में हैं। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए चव्हाण ने कहा कि विधानसभा का सभागृह झगड़े करने के लिए नहीं, अपने विचार रखने के लिए है। चर्चा करने के लिए है।
उप चुनाव आयुक्त हिर्देश कुमार ने कहा - चुनाव में पारदर्शिता ही हो सर्वोच्च प्राथमिकता
उधर चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का हर हाल में पालन हो। सभी चुनाव निर्णय अधिकारी चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएं। यह आदेश भारतीय चुनाव आयोग के उप चुनाव आयुक्त हिर्देश कुमार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक में दिया। बुधवार को स्मार्ट सिटी सभागार में छत्रपति संभाजीनगर, नागपुर एवं अमरावती के सभी विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में चल रही चुनाव तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक हुई। इसमें राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी एस चोक्कलिंगम, अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी पी. प्रदीप, उप सचिव सुमन कुमार, संजय कुमार, अभिलाष कुमार, अनिल कुमार, अविनाश कुमार तथा विभागीय आयुक्त दिलीप गावड़े, मनपा आयुक्त जी श्रीकांत, जिलाधिकारी दिलीप स्वामी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास मीना, छत्रपति संभाजीनगर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक वीरेंद्र मिश्रा, पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार व पुलिस अधीक्षक डॉ. विनय कुमार राठोड़ शामिल हुए। बैठक में आयोग की ओर से निर्देश दिया गया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएं। चुनाव विषयक प्रत्येक चरण के कामकाज की जानकारी राजनीतिक पार्टियों व उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को दें। पारदर्शी प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएं।
सभी मतदान केंद्रों पर बहाल करें सुविधाएं
आयोग की ओर से कहा गया कि मतदाता सूची के मद्देनजर सभी मतदान केंद्रों पर निर्धारित सुविधाएं बहाल करें। प्रत्येक मतदाता तक मतदान की पर्ची पहुंचे, इसकी पुख्ता तैयारी करें। आयोग के अधिकारियों ने यह भी कहा कि मतदाता सूची पर आने वाली आपत्तियों का तत्काल निपटारा करें। मतदान केंद्रों पर सभी अलर्ट रहें। सुरक्षा, अस्थायी मतदान केंद्र की मान्यता लेने, मतदान केंद्र की जगह बदलने संबंधित मतदाताओं तक पहले खबर पहुंचाने का भी निर्देश दिया गया। इसी प्रकार महिलाओं, दिव्यांगों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने, केंद्र पर पानी, रैम्प, वेब कैमरा, सीसीटीवी कैमरा लगाकर मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग करने तथा इन क्षेत्रों का संबंधित अधिकारियों द्वारा लगातार निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। आयोग ने कहा कि नवंबर माह में सूर्यास्त जल्द होता है, इसलिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त लाइट की व्यवस्था करें। मतदान केंद्रों में मोबाइल फोन की इंट्री पूरी तरह बंद रहेगी। पोस्टल एवं गृह मतदान प्रक्रिया व्यवस्थित रूप से करने का निर्देश दिया गया तथा गृह मतदान कार्यक्रम पहले घोषित करने को कहा गया।