दहशत: अब एसआरपीएफ कैम्प परिसर में सड़क पार करते नजर आए दो तेंदुए

After VMV, Mangaldham Colony, now panic on Chandur railway route too

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-10 10:01 GMT

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अब तक पोहरा के जंगल में अपना अधिवास रखनेवाले तेंदुए पिछले कुछ महिनों से शहर में घूमते दिखाई दे रहे है। पिछले डेढ़ माह से एक मादा तेंदुए ने विदर्भ महाविद्यालय परिसर को अपना ठिकाणा बनाने के बाद पिछले सप्ताह एक नर व मादा तेंदुआ मंगलधाम कालोनी परिसर में शिकार की तलाश में आते हुए दिखाई दिया था। जिससे इस दोनों परिसर में तेंदुए की दहशत रहते हुए बुधवार को एसआरपीएफ कैम्प में रात के समय एसआरपीएफ के वाहन में जानेवाले दो लोगों को दो तेंदुए सड़क क्रॉस करते नजर आए। यह दोनों तेंदुए अमरावती-चांदुर रेलवे मार्ग को क्रॉस करते हुए एसआरपीएफ कैम्प परिसर में गए थे। उल्लेखनीय है कि पोहरा के जंगल में बड़ी संख्या में तेंदुए है। इस जंगल में तेंदुए को शिकार के लिए अन्य वन्यप्राणियों की संख्या भी काफी ज्यादा रहने से कल तक यह तेंदुए उसी क्षेत्र में घूमते नजर आते थे। लेकिन अब इस परिसर में बड़ी संख्या में पेड़ कटाई होने के चलते पोहरा में सुरक्षित रहनेवाले तेंदुए रिहायशी बस्ती की ओर आते नजर आ रहे है।

वीएमवी में लगे कैमरे में कैद हुआ तेंदुआ

पुराने वीएमवी और नए विदर्भ विज्ञान संस्था स्थित भोसले सभागृह परिसर में पिछले एक माह से एक मादा तेंदुआ छुपकर बैठी है। इस मादा तेंदुए को पकड़ने पिछले एक माह से वन विभाग का दल दिन-रात इस परिसर में गश्त लगा रहा है। लेकिन यह तेंदुआ दिन में कही नजर नहीं आता। लेकिन रात के समय शिकार की तलाश में निकलता है। बुधवार को जब वन विभाग के दल ने परिसर में लगाए सीसीटीवी कैमरे चेक किए तब उन्हें यह तेंंदुआ कैमरे में नजर आया। किंतु रात के समय उसे ट्रैक्युलाइज करना काफी मुश्किल है। ट्रैक्युलाइज करने के बाद तेंदुआ आम तौर पर आधा घंटा बेहोश रहता है। लेकिन गन चलाने के बाद वह कुछ दूरी तक भागने के बाद वहां बेहोश हो जाता है और रात में आधा घंटे में उसे तलाश कर कैद करना मुश्किल रहने से उसे केवल रिहायशी बस्ती की ओर जाने से रोकने के लिए वन विभाग का दल प्रयासरत रहता है।

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