लोकसभा चुनाव:: 25 मतदान केंद्रों की कमान महिलाओं के हाथ, बंदोबस्त में भी महिला पुलिस ही रहेगी तैनात

  • हर विधानसभा में एक मतदान केंद्र की जिम्मेदारी संभालेगा दिव्यांग कर्मचारी
  • 25 से 35 वर्ष आयु गुट के युवा कर्मचारी 24 बूथ पर काम संभालेंगे
  • 15 हजार 388 पुरुष व 7 हजार 399 महिला कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-06 10:22 GMT

डिजिटल डेस्क, अमरावती। वर्ष 2019 में जिला प्रशासन ने लोकसभा चुनाव के समय पहली बार महिला, युवा और दिव्यांग कर्मचारियों पर मतदान केंद्र संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस समय पहली बार यह प्रयोग रहने से जिले की 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में प्रति एक मतदान केंद्र पर यह प्रयोग किया गया । लेकिन इस बार होनेवाले लोकसभा चुनाव में 25 मतदान केंद्रों पर केवल महिला कर्मचारी कार्यरत रहेंगी। वहीं, 25 से 35 वर्ष आयु गुट के युवा कर्मचारी 24 बूथ पर काम संभालेंगे। इसी तरहर हर विधानसभा में एक मतदान केंद्र की जिम्मेदारी दिव्यांग कर्मचारियों को सौंपी जाएगी।

सभी 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 15 हजार 388 पुरुष व 7 हजार 399 महिला कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत रहेंगी। अब जिला प्रशासन ने 8 विधानसभा में 25 मतदान केंद्र ऐसे बनाए जाएंगे जहां मतदान अधिकारी से लेकर तो कार्यरत सभी कर्मचारी यहां तक कि मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण निपटाने के लिए तैनात किए जानेवाले पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी इन 25 केंद्रों पर महिलाएं ही रहेगी। इसी तरह जिले में 24 मतदान केंद्र ऐसे रहंेगे। साथ ही 25 से 35 वर्ष आयु गुट के कर्मचारी चुनावी प्रक्रिया में जुटाए जाएंगे। इन 25 मतदान केंद्रों को यूथ मतदान केंद्र का नाम दिया जाएगा। इसके साथ ही हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक यानी जिले में 8 मतदान केंद्रों में चुनाव अधिकारी से लेकर सभी कर्मचारी दिव्यांग कार्यरत रहेंगे। वर्तमान में महिलाएं, युवा और दिव्यांगों के लिए कौन से मतदान केंद्र आरक्षित रखे गए है यह निश्चित नहीं हुआ है। इस सप्ताह में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।

केवल केंद्र निश्चित करना बाकी : पिछले लोकसभा चुनाव में काफी कम संख्या में पहली बार यह प्रयोग किया गया था। उस समय प्रति विधानसभा एक मतदान केंद्र में सभी महिला कर्मचारी, युवा कर्मचारी व दिव्यांग कर्मचारी कार्यरत थे। इस बार यह संख्या बढ़ा दी है। अब केवल कौन से मतदान केंद्र महिला कर्मियांे के लिए, युवाओं के लिए और दिव्यांगों के लिए रखना यह निश्चित होना बाकी है। प्रवीण देशमुख, नायब तहसीलदार, चुनाव विभाग



Tags:    

Similar News