समस्या: अमरावती में ठेका पद्धति पर काम करने वाली सैकड़ों महिला कामगारों को काम से हटाया

  • मनपा के सफाई कर्मी लगाएंगे सड़क पर झाडू
  • जोनवार ठेकेदार करेंगे नाली की सफाई
  • अब भी नहीं सुलझी समस्या

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-02 11:14 GMT

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती मनपा में अब तक चलनेवाले प्रभागवार सफाई ठेके के लिए दी गई एक माह की समयावधि 31 जनवरी को खत्म हो गई । 31 दिसंबर को देर रात निगमायुक्त देवीदास पवार ने जोनवार ठेका लेनेवाले तीन ठेकेदारों को गुरुवार 1 फरवरी से काम शुरू करने हरी झंडी दिखाई। गुरुवार को इन ठेकेदारों आदेश की कॉपी भी सौंप दी। इसी बीच गुरुवार को जोनवार ठेके को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ कि जोनवार ठेके के कर्मचारी केवल नाली सफाई का काम करेंगे। जबकि मनपा के स्थायी सफाई कर्मी शहर में स्वच्छता का काम संभालेंगे। इस कारण नए तीनों ठेकेदारों ने प्रभागवार ठेके के समय स्वच्छता के काम पर रोजनदारी पर कार्यरत सैकड़ों महिला सफाई कर्मियों को काम से हटा दिया। जिससे इन सफाई कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।

विशेष बात यह कि मनपा ने प्रभागवार ठेके की अवधि खत्म होने से पहले ही नागरी, गोविंदा व बेरोजगार क्षितीज संस्था ने काम करने की तैयारी रहने का पत्र निगमायुक्त को पेश किया था। जिसके चलते शहर के पांच जोन में करीब 132 ऑटो कचरा संकलन के काम के लिए लाए गए। जोन नं.1 रामपुरी कैम्प व जोन नं. 5 भाजीबाजार का ठेका नागरी संस्था को, जोन नं. 2 राजापेठ व जोन नं. 4 बडनेरा का ठेका गोविंदा सफाई कामगार संस्था व जोन नं. 3 दस्तूर नगर इस क्षेत्र का ठेका बेरोजगार क्षितिज नागरी सेवा संस्था के पास है। इन तीनों ठेकेदारों ने गुरुवार से काम शुरू किया है।

महिला सफाई कर्मियों ने जोन कार्यालय को घेरा : इससे पूर्व शहर के 22 प्रभागों में जब प्रभागवार स्वच्छता का काम चल रहा था। उस समय सैकड़ों महिला सफाई कर्मी संबंधित ठेकेदारों ने सड़क सफाई के लिए 20 रुपए रोज के वेतन पर काम पर लगाए थे। लेकिन जोनवार ठेका पध्दति में ठेकेदारों को केवल नाली सफाई की जिम्मेदारी मनपा ने सौंपी। मनपा के पास 150 के करीब स्थायी सफाई कर्मी है जिन्हें मनपा वेतन देती है। यह कर्मचारी अब सड़क की सफाई का काम संभालेंगे।

ब्लैक लिस्टेड गोविंदा नागरी संस्था पर कोई कार्रवाई नहीं : इस बीच तीन दिन पूर्व ही एसटी महामंडल ने अमरावती जिले के 10 विविध डिपो में स्वच्छता के कामों में अनदेखी करने के चलते गोविंदा नागरी संस्था का ठेका रद्द कर उसका डिपॉजिट जब्त कर लिया और अमरावती विभाग नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने संस्था को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। सफाई ठेके के नियम व शर्तों के अनुसार ब्लैक लिस्ट में शामिल संस्था को ठेका नहीं देना चाहिए। बावजूद इसके मनपा ने गोविंदा संस्था को दो जोन का स्वच्छता का ठेका गुरुवार को अधिकृत रूप से बहाल किया है। जिस पर शिवसेना शिंदे गुट के बडनेरा के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति दर्ज करते हुए निगमायुक्त को गुरुवार को ज्ञापन सौंपा।

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