एहतियात: अमरावती में आरटी पीसीआर टेस्ट बढ़ाने के आदेश
कोरोना के जेएन-1 स्ट्रेन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
डिजिटल डेस्क, अमरावती। लगभग एक वर्ष के लंबे अंतराल के बाद जिले मंे कोरोना के नए स्ट्रेन जेएन-1 को लेकर स्वास्थ्य विभाग फिर अलर्ट मोड पर आ गया है। राज्य में कोरोना के नए स्ट्रेन के 11 मरीज पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने आरटी पीसीआर टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। समय रहते नए वेरिएंट को तलाश कर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए संक्रमित पाए गए सैम्पल्स भारतीय प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। अमरावती विद्यापीठ लैब के पैथेलॉजिस्ट डॉ. प्रशांत ठाकरे ने इस बात की पुष्टि की थी। मंगलवार को सुबह आरटी पीसीआर टेस्ट बढ़ाने के आदेश मिले हैं। लगभग एक साल पहले कोरोना का संक्रमण खत्म हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से संदिग्ध मरीजों के आरटीपीसीआर टेस्ट करना बंद कर दिया गया था। इससे पूर्व मनपा के बडनेरा रोड पर स्थित आईसोलेशन हॉस्पिटल व भाजीबाजार के मनपा अस्पताल में संदिग्ध मरीजों के सैम्पल लिए जाते थे और यह सैम्पल बाद में संगाबा अमरावती विद्यापीठ स्थित लैब में जांच के लिए भेजे जाते थे।
प्री फैब अस्पताल है तैयार : वर्तमान में अमरावती जिले में कोरोना का कोई एक भी मरीज नहीं मिला है। किंतु राज्य के अन्य जिले में 11 संक्रमित पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ चुका है। इससे पहले कोरोना के पहली और दूसरी लहर के समय कुछ निजी अस्पतालों के साथ ही शासकीय स्तर पर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के लिए विशेष कक्ष स्थापित किया गया था। किंतु वर्तमान में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट और कैंसर के मरीजों पर शल्यक्रिया बढ़ जाने से जेएन-1 के मरीजों का प्रमाण बढ़ने पर सुपर स्पेशलिटी के पीछे कोरोना काल में बने प्री-फैब अस्पताल में लगभग 200 बेड की व्यवस्था की गई है। जिसमें एयर कंडिशनर रूम तथा ऑक्सीजन प्लांट भी लगा है। 200 बेड के इस प्री फैब अस्पताल को फिलहाल ताले लगे हैं। लेकिन समय आने पर यहां मरीज रखने की व्यवस्था की जा सकती है।