सुप्रीम कोर्ट: नवनीत राणा के फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में गुरुवार को भी होगी सुनवाई
- फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामला
- गुरुवार को भी होगी सुनवाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमरावती से सांसद नवनीत कौर राणा के फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में गुरुवार को भी सुनवाई जारी रहेगी। जस्टिस जेके माहेश्वरी और जस्टिस संजय करोल की बेंच ने बुधवार को भी डेढ घंटे से अधिक समय तक मामले की सुनवाई की। मामले से जुड़े एक वकील ने बताया कि शुक्रवार तक मामले में दोनों पक्षों की दलीले पूरी हो जाएगी। आज हुई सुनवाई में सांसद राणा की ओर से पेश वरिष्ठ वकील ध्रुव मेहता ने अपनी दलीले रखी जो गुरुवार को भी जारी रहेगी। मंगलवार को भी पीठ ने डेढ घंटे से ज्यादा समय तक मामले की सुनवाई की है और निरंतरता बनाए रखने के इरादे से याचिकाओं को गुरुवार को भी सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दी।
दरअसल, 8 जून 2021 को शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल की अर्जी पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनका कास्ट सर्टिफिकेट रद्द कर दिया था। राणा अमरावती लोकसभा सीट SC के लिए आरक्षित थी। आनंदराव का आरोप था कि नवनीत राणा ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर यहां से लोकसभा का चुनाव जीता था।
इसी के चलते सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने राणा का जाति प्रमाण पत्र गलत पाया था। उन्हें दो लाख रुपए का जुर्माना भरने और छह हफ्ते के भीतर सभी सर्टिफिकेट जमा करने का आदेश दिया गया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 22 जून 2021 को हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी थी।
2014 में भी रद्द हुआ था कास्ट सर्टिफिकेट
साउथ की फेमस एक्ट्रेस रहीं नवनीत कौर राणा अमरावती के बडनेरा विधानसभा से विधायक रवि राणा की पत्नी हैं। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पेश किए उनके जाति प्रमाणपत्र को भी बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज किया था। उस दौरान यह साबित हुआ था कि नवनीत कौर ने पिता के 3 फर्जी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट बनवाकर नवनीत कौर हरभजनसिंह कुंडलेस नाम से जाति प्रमाण पत्र लिया था। हालांकि वे 2014 का चुनाव हार गईं थीं।