आरोप: आबकारी विभाग लेता है पैसे, पुलिस नहीं करती कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, अमरावती । शहर के बाहरी क्षेत्र में बने ढाबों पर शराब परोसी जाती है। अवैध शराब बिक्री की वजह से शराब के बार प्रभावित होते हैं। आबकारी विभाग को प्रत्येक ढाबे से 5 हजार रुपए जाते हैं। पुलिस को भी 5 हजार रुपए मिलने से कार्रवाई नहीं होती है। इसके ऊपर 10 फीसदी वैट लगाने से हमें व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा। यह आरोप अमरावती डिस्ट्रिक्ट परमिट रूम एसोसिएशन अध्यक्ष नितीन मोहोड ने लगाया। वह राजापेठ स्थित पत्रकार भवन में पत्रकार परिषद में बोल रहे थे। मोहोड ने कहा कि हमने जिलाधकारी से मुलाकात कर अपना विषय उनको समझाया है। हमारा कहना है कि शराब पर जो 300 फीसदी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लिया जाता है उसी में बढ़ा देना चाहिए। वैट को 5 फीसदी से 10 फीसदी करने पर लोग दुकान से शराब खरीदकर अंडा गाड़ी, चायनीज की गाड़ी और मैदान में पीएंगे , क्योंकि उनको वहां सस्ती मिलेगी और बार में महंगी मिलेगी। पत्रकार परिषद में सचिन तिवारी, प्रतीक राय, शांतनू हिवसे, संजय मानकर, अनिल तरडेजा, जयंत वाकोडे, आशीष देशमुख, मदन जायस्वाल, संजय छाबड़ा आदि उपस्थित थे।