मौसम की मार: बेमौसम बारिश से 1.86 लाख हेक्टेयर की फसल हुई खराब
किसानों को आर्थिक मदद की मांग
डिजिटल डेस्क, अमरावती । जिले में 26 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच हुई बेमौसम बारिश से 2 लाख 97 हजार 972 किसानों की 1 लाख 85 हजार 696 हेक्टेयर पर खरीब व रबी की फसलें, फल फसल और सब्जी का 33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है। इसके लिए 206 करोड़ 33 लाख 32 हजार 830 रुपए की निधि की मांग जिलाधिकारी ने रिपोर्ट भेजकर सरकार से की है। बेमौसम बारिश से 2 लाख 51 हजार 49 किसानों के 1 लाख 48 हजार 43 हेक्टेयर पर असिंचित खेतों में फसलों का नुकसान हुआ। इसके लिए 125.83 करोड़ के अनुदान की मांग सरकार से की गई है। जिसमें नांदगांव व तिवसा तहसील का समावेश नहीं है। प्रत्यक्ष में तिवसा तहसील में 11 हजार 509 हेक्टेयर व नांदगांव खंडेश्वर तहसील में 42 हजार 287 हेक्टेयर प्रभावित होने की प्राथमिक रिपोर्ट है। इस बेमौसम बारिश के कारण कपास के फल फूटना शुरू हुए है। किंतु मजदूरों के अभाव में कपास चुनने का काम प्रभावित हुआ था। इसीबीच बेमौसम बारिश होने से कपास के पौधे गीले हो गए। और उसका दर्जा घट गया। इसके अलावा तुअर पर इल्लियों का प्रादुर्भाव बढ़ जाने से किसानों का भारी नुकसान हुआ है।
तुअर खरीदी के लिए ऑनलाइन पंजीयन शुरू : केंद्र सरकार की पीएसएफ योजना के तहत अमरावती जिले में नाफेड द्वारा तुअर खरीदी शुरू की जाएगी। जिसके चलते ऑनलाइन पंजीयन शुरू किया गया है। अमरावती व भातकुली तहसील के किसानों के लिए अमरावती सहकारी किसान खरीदी-बिक्री समिति कार्यालय चित्रा चौक पर गुरुवार से नाफेड द्वारा तुअर खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन शुरू किया गया।