खतरा: एनजे एस सिस्टम नहीं होने से जेएन-वन संक्रमण की नहीं मिल रही जानकारी
दिनों-दिन बढ़ रहा महामारी का खतरा
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए विद्यापीठ में लैब है। किंतु कोरोना के नये वैरियंट जेएन-वन के मरीज का पता लगाने के लिए आवश्यक एन जे एस टेस्टींग सिस्टीम (नेस्ट जनरेशन सिकवेिसंग) अमरावती में उपलब्ध नहीं रहने के कारण अमरावती शहर में अब तक पाए गए 9 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल पुणे भेजे गए हैं। आश्चर्य की बात यह है कि शुरुआती दौर में पॉजिटिव पाए गए मरीज बाद में निगेटिव आने से उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली, लेकिन वह जेएन-वन वैरियंट के मरीज हैं या नहीं इसका पता लगाने पुणे भेेजे गए सैंपल की रिपोर्ट पिछले 10 दिनों से अमरावती के स्वास्थ विभाग को प्राप्त नहीं हुई। इसी बीच राज्य के स्वास्थ विभाग ने पिछले सप्ताह एन जे एस सिस्टम नागपुर और नांदेड में लगाई है। किंतु अमरावती संभाग को अभी तक नहीं मिली। विद्यापीठ की लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए 41 सैंपल भेजे गए हैं।
एक संक्रमित मिला : जिले में मंगलवार को फिर एक कोरोना संक्रमित पाया गया है। स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की लैब में सोमवार की शाम 41 और मंगलवार को सुबह 50 सैंपल आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए भेजे गए थे। जिसमें एक 55 वर्षीय संदिग्ध मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। यह मरीज बेलपुरा स्थित डॉ. मशानकर के निजी अस्पताल में उपचार के लिए आया था। शल्यक्रिया से पहले जब उसकी कोरोना टेस्ट की गई वह पॉजिटिव पाया गया। सोमवार और मंगलवार मिलाकर भेजे गए कुल 91 सैंपल में कुल 90 सैंपल निगेटिव पाए गए हैं। जिससे कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 10 पर पहुंच गया है।