सुप्रीम कोर्ट: सांसद नवनीत राणा फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में अगले हफ्ते आ सकता है फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. अमरावती से सांसद नवनीत राणा के फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में अगले हफ्ते फैसला आ सकता है। बीते 28 फरवरी को मामले में सुनवाई पूरी होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मामले से जुड़े वकील ने कहा कि मामले में सुनवाई पूरी होने के बाद लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पूर्व ही फैसला आने की उम्मीद थी, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक फैसला नहीं सुनाया गया है। उन्होंने कहा कि नवनीत कौर के फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते अपना फैसला सुना सकता है।
गौरतलब है कि सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार ने भी सांसद नवनीत कौर राणा के जाति प्रमाणपत्र पर सवाल उठाते हुए दलील रखी थी कि राणा को सिख चमार दस्तावेज के आधार पर वैध मोची जाति प्रमाणपत्र नहीं दिया जा सकता, क्योंकि यह संविधान के विपरीत है।
उधर बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी राणा के जाति प्रमाण पत्र को अवैध करार दिया था। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के फैसले को ही बरकरार रखता है या नहीं, यह तो फैसला आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
फैसले पर निर्भर है राणा का राजनीतिक भविष्य
नवनीत राणा अमरावती से निर्दलीय सांसद है और यह संसदीय क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। चर्चा यह चल रही है कि नवनीत राणा अमरावती से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकती है। बहरहाल, कानून के जानकारों का कहना है कि उनका चुनाव लड़ना भी बहुत हद तक सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ही निर्भर है।