पशु-पक्षी: मेलघाट में ‘सामान्य बाज’ नामक दुर्लभ पक्षी दिखा
सूखे पेड़ की टहनी पर बैठा दिखाई दिया
डिजिटल डेस्क, अमरावती। मेलघाट जंगल विविधता से परिपूर्ण है और पक्षियों के लिए बहुत ही व्यवस्थित अधिवास है। यहां विविध प्रजाति के पक्षी दिखाई देते हैं। पक्षी अभ्यासक व मानद वन्यजीव रक्षक डॉ.जयंत वडतकर, निसर्ग संरक्षण संस्था के अध्यक्ष प्रा.डॉ. निशिकांत काले, बी.एन.एच.एस के अभ्यासक नंदकिशोर दुधे, पक्षी मित्र अमोल सावंत व शिविरार्थियों को यह बाज सूखे पेड़ की टहनी पर बैठा दिखाई दिया। उसका निरीक्षण करने पर बाज शुभ्र नयन तिसा प्रजाति से करीब 55 सेंटीमीटर बढ़ा दिखा।
यह पक्षी सामान्य बाज नाम का दुर्लभ पक्षी रहने की बात कही गई है। जिसकी मेलघाट में पहली बार उपस्थित दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि देशभर में पाए जानेवाली बाज की कुल प्रजाति में से अब तक लगभग 25 प्रतिशत प्रजाति की मेलघाट में दर्ज की गईं। मेलघाट के जंगल में पक्षी अभ्यास की शुरुआत तकरीबन डेढ़ सौ वर्ष पहले हुई थी। उसके बाद अलग-अलग समय में हुए अभ्यास से अब तक 304 पक्षियों की उपस्थित दर्ज की गई। इस सूची में अब सामान्य बाज पक्षी की नए सिरे से उपस्थित दर्ज हुई है। मेलघाट में हाल ही में बॉम्बे नेशनल हिस्ट्री सोसायटी का निसर्ग शिविर संपन्न हुआ। इसमें सहभागी व विशेष मार्गदर्शक आकोट वन्यजीव विभाग के जंगल भ्रमण में रहते समय धारगढ़ क्षेत्र के जंगल में सामान्य बाज नामक दुर्लभ पक्षी दिखा। उसके काफी फोटोग्राफ निकाले गए। अंत में यह पक्षी सामान्य बाज नाम का दुर्लभ पक्षी रहने का विश्वास हुआ। जिसकी मेलघाट में पहली बार उपस्थित दर्ज की गई।