अनदेखी: मरीज ज्यादा, कर्मचारी कम, इर्विन में भी नांदेड घटना की हो सकती है पुनरावृत्ति
- मरीज ज्यादा और कर्मचारी कम
- सरकार की अनदेखी ,167 पद रिक्त
डिजिटल डेस्क, अमरावती। राज्य सरकार ने सभी सरकारी अस्पताल में मरीजों के इलाज और सभी टेस्ट नि:शुल्क कर देने के बाद सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। लेकिन इससे पूर्व वैद्यकीय भर्ती में घोटाले के बाद कर्मचारी भर्ती की ओरसरकार की अनदेखी केचलते जिला सरकारी अस्पताल (इर्विन) में वर्तमान में मरीज ज्यादा और कर्मचारी कम हैं। नांदेड के सरकारी अस्पताल में जिस तरह मरीजों की मौत हुई उस घटना की पुनरावृत्ति यहां होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
जानकारी के अनुसार जिला सरकारी अस्पताल में श्रेणी-1 से लेकर तो श्रेणी-4 के 578 पद मंजूर है। उसमें से 411 पद भरे हुए है और 167 पद रिक्त हैं। उपचार करनेवाले वैद्यकीय अधिकारी, प्रयोगशाला तकनीशियन, औषधि निर्माण अधिकारी, स्वच्छता निरीक्षक, आर्थेरटिस्ट कम प्रोस्टेटिक, नेत्र चिकित्सा सहायक से लेकर तो अधिसेविका, सहायक अधिसेविका, बालरुग्ण परिचारिका, मनोरुग्ण परिचारिक, परिसेविका व अधि परिचारिका आदि की संख्या पूर्व के समान है। जिससे निश्चित रूप से अधिकारी, कर्मचारियों की मरीजों की ओर अनदेखी का असर उन पर होनेवाले उपचार पर होता है। वर्तमान में जिला अस्पताल में डेढ़ माह तक की दवाईयों का स्टॉक है। वर्तमान में जिलाधिकारी के फंड से सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाइयों की खरीदी की जा रही है। इस तरह की जानकारी जिला सरकारी अस्पताल के दवा भंडार के अधिकारी ने दी।