साइबर क्राइम: रेटिंग के नाम पर धोखाधड़ी, लालच में आकर गंवा दिए 30.41 लाख रुपए, मामला दर्ज
- पढ़े-लिखे लोग आए दिन हो रहे ऑनलाइन ठगी का शिकार
- कम समय में ज्यादा पैसे कमाने की लालसा पड़ रहा महंगी
- पुलिस ने शुरू की जांच-पड़ताल
डिजिटल डेस्क, अमरावती। नम जेनियस नामक एप पर ज्वाइन कर रुपये निवेश कर लाखों का मुनाफा होने का झांसा देकर साइबर आरोपी ने अमरावती के राहटगांव निवासी सचिन चर्जन को 30.41 लाख रुपए से ऑनलाइन ठगी करने का मामला सामने आया। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मंगलवार 30 जनवरी को धाेखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार रहाटगांव निवासी सचिन चर्जन ने 29 दिसंबर 2023 को सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा। विज्ञापन में नम जेनियस नामक एप पर जॉइन होने की लिंक दी थी। आरोपी ने इसके बाद शिकायकर्ता सचिन को वॉट्सअप ग्रुप पर जॉइन करवाया और रुपए डालकर निवेश करने की सलाह दी। शुरुआत में उसे अच्छा मुनाफा होता दिखाई दिया। कुछ पैसे उसने अपने खाते में भी ट्रांसफर किए। इसके बाद रुपए डालकर अलग-अलग ब्रांड पर रेटिंग करने की सलाह दी गई। इसी के साथ उसे ठगने की शुरुआत हो गई। सचिन चर्जन ने बैंक के विविध खातों से एक माह में आरोपी के खाते में 30 लाख 41 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। वर्चुअल पैसे होने से जब उसने रुपए निकालने की कोशिश की तो उसे ठगने की बात समझ आ गई। सचिन चर्जन की शिकायत पर मंगलवार शाम साइबर सेल पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 419, 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गर्गा प्रकल्प का ठेका लेने जमा किए फर्जी दस्तावेज : अमरावती के मध्यम प्रकल्प अंतर्गत धारणी के गर्गा प्रकल्प का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिलने के लिए जोन क्रमांक 2 और 3 में निर्माणकार्य के लिए ऑनलाइन निविदा के तहत दस्तावेज मांगे गए थे। जिसमें 17 जुलाई 2023 को सांगली जिले के करोली निवासी ठेकेदार सुभाष ईश्वर सूर्यवंशी ने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए और ठेका मिलने का नकली पत्र भी तैयार किया। लेकिन दस्तावेजों की जांच करते समय वह नकली पाए गए। कार्यकारी अभियंता आशीष राऊत की शिकायत पर गाडगेनगर पुलिस ने आरोपी सुभाष ईश्वर सूर्यवंशी के खिलाफ धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।