Jawaani Jaaneman Review: चल गया सैफ की जवानी का जलवा, सिनेमाघरों में 'ओले-ओले' की मच रही धूम
Jawaani Jaaneman Review: चल गया सैफ की जवानी का जलवा, सिनेमाघरों में 'ओले-ओले' की मच रही धूम
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। नितिन कक्कड़ के निर्देशन में बनी फिल्म जवानी जानेमन आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म में सैफ अली खान, तब्बू, अलाया फर्नीचरवाला, फरीदा जलाल, चंकी पांडे, कुमुद मिश्रा, जैकी भगनानी जैसे कलाकार हैं। इस कॉमेडी, ड्रामा और रोमांस फिल्म की कुल अवधि 1 घंटा 59 मिनट है। इस फिल्म में रिश्तों के बदलते पैमाने को दिखाया गया है। इसलिए इसे यूथ सेंट्रिंक फिल्म कह सकते हैं। भास्कर हिंदी की तरफ से इस फिल्म को 3 स्टार दिए गए हैं। आइए जानते हैं इस फिल्म के बारे में।
कहानी
फिल्म की कहानी 40 साल के एक शख्स जसविंदर सिंह उर्फ जैज (सैफ अली खान) पर आधारित है। जैज इस फिल्म में एक दिलफेंक शख्स है, जो शादी, बच्चे जैसी किसी भी जिम्मेदारी को जिंदगी का रोड़ा मानता है। इस वजह से भरा पूरा परिवार होने के बाद भी वह अकेला रहता है। लेट नाइट पार्टी, लड़कियां... बस इसी को अपनी जिंदगी मानता है। इसी बीच उसकी जिंदगी में एक टिया नाम की लड़की आती है और यही से शुरु होती है फिल्म की कहानी। इसे जानने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा।
निर्देशन
फिल्म के डायरेक्टर नितिन कक्कड़ की कहानी का कॉन्सेप्ट, सिनेमा जगत में 90 के दशक से चला आ रह है। लेकिन इसके बावजूद फिल्म की कहानी में नयापन है। उन्होंने इस फिल्म में वह सब दिखाने की कोशिश की, जो वह दिखाना चाहते थे। उन्होंने कलाकारों की एक्टिंग स्किल का बखूबी उपयोग किया। फिल्म का पहला भाग काफी भागता नजर आता है, लेकिन इंटरवेल के बाद फिल्म में ठहराव आता है। फिल्म की कॉमेडी, लोगों को हंसाने में कामयाब रहती है। यह फिल्म अंत तक दर्शकों को बांधे रखती है।
एक्टिंग
फिल्म तानाजी द अनसंग वॉरियर में सैफ की एक्टिंग स्किल देखने के बाद, यह फिल्म उनके फैंस को निराश कर सकती है। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने किरदार को निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने स्वैग, बॉडी लैंग्वेज, अभिनय, एनर्जी से जैज के किरदार को यादगार बनाया। अलाया फर्नीचरवाला की यह पहली फिल्म है, मगर उन्होंने अपनी भूमिका को बहुत ही सहजता और खूबसूरती से जिया है। तब्बू का रोल फिल्म में छोटा, लेकिन दमदार है। फिल्म के अन्य कलाकारों ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया।
म्यूजिक
फिल्म के गाने और संगीत औसत है, जो आपको ज्यादा प्रभावित नहीं करते। लेकिन फिल्म की कहानी के हिसाब से वे ठीक हैं। सैफ का गाना ओले ओले इस फिल्म में रिक्रिएट किया गया है, जो सिनेमाहॉल में आपको झूमने पर मजबूर कर देगा।
क्यों देखें
यह फिल्म रोमांस, इमोशंस और ड्रामा का भरपूर कॉम्बीनेशन है। फिल्म की कहानी को नए तरीके से दर्शकों के सामने पेश किया गया है। यह आपके वीकेंड के लिए पैसा वसूल फिल्म होगी।
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